लोकेश राहुल को क्रिकेट जगत से सभी दिग्गजों से तारीफ मिल रही है और इस सूचि में एक और बड़ा नाम शामिल हो गया है.
टीम इंडिया के पूर्व डायरेक्टर रवि शास्त्री ने टाइम्स ऑफ़ इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि
“के एल राहुल के खेल में बीते एक वर्ष में सबसे ज्यादा सुधार देखने को मिला है. राहुल केवल टेस्ट मैच में ही नहीं बल्कि बाकी दोनों फॉर्मेट में भी एक अच्छे खिलाड़ी है. उनका भविष्य बहुत उज्वल है.”
शास्त्री ने कहा कि समय के साथ राहुल के खेल में और भी निखार आएगा, और उनका सफल होना और भारत के लिए खेलना निश्चित था.
यह भी पढ़े : ट्विटर प्रतिक्रिया : राहुल के शतक पर भारी पड़ा ब्रावो का आख़िरी ओवर
राहुल ने अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर की शुरुआत 2014 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ की थी जब रवि शास्त्री टीम इंडिया के डायरेक्टर थे. मेलबोर्न के ऐतिहासिक मैदान पर अपने पहले मैच में राहुल नाकाम रहे, लेकिन अगले ही मैच में उन्होंने सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर 110 रनों की शानदार पारी खेल कर यह साबित कर दिया था कि वो टेस्ट क्रिकेट के लिए बिलकुल तैयार है.
टेस्ट मैचों में अपनी सफलता का परिचय देने के बाद राहुल ने इस वर्ष हुई आईपीएल में भी रॉयल चल्लेंजर्स के लिए कई तूफानी पारियां खेली, जिससे ऐसा लगने लगा की राहुल केवल टेस्ट मैच ही नहीं छोटे फॉर्मेट में भी अच्छा प्रदर्शन कर सकते है. आईपीएल की 16 पारियों में राहुल के बल्ले से 397 रन निकले जिसकी वजह से उन्हें ज़िम्बाब्वे दौरे के लिए भारत की एकदिवसीय टीम में भी जगह मिली.
यह भी पढ़े : नजफगढ़ के नवाब ने रखा इस भारतीय बल्लेबाज़ का नया नाम
अपने डेब्यू मैच में ही राहुल ने शतक जड़ कर यह दिखाया कि वो तीनो फॉर्मेट में भारत के लिए एक अहम खिलाड़ी साबित हो सकते है. हाल ही में अमेरिका में खेले गए ट्वेंटी ट्वेंटी मुकाबले में भी राहुल ने शतक बनाया, और इसी के साथ तीनो फॉर्मेट में शतक लगाने वाले तीसरे भारतीय बल्लेबाज़ बन गये.
राहुल ने एक इंटरव्यू में कहा था कि
“मैं खुशकिस्मत हूं कि भारत में खेलने से पहले मुझे ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के दौरे पर खेलने का मौका मिला, यह दोनों दौरे ऐसे है जहा आप अगर नाकाम हो जाये तो आप खुद की काबिलियत पर सवाल उठाने लगते है लेकिन इन दोनों जगह अच्छा प्रदर्शन करके मुझे खुद पर विश्वास हुआ की मैं अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में भी भारत के लिए अच्छा कर सकता हूं. जितना विश्वास मुझे बाहर 8 टेस्ट मैचों में तीन शतक लगा कर मिला उतना भारत में 5 शतक लगा कर भी नहीं मिलता.”