कार्डिफ, 14 जून (आईएएनएस)| पाकिस्तान ने अपने हरफनमौला खेल की बदौलत बुधवार को आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी के पहले सेमीफाइनल मैच में मेजबान इंग्लैंड को आठ विकेटों से करारी मात देते हुए फाइनल में प्रवेश कर लिया। पाकिस्तान ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करते हुए इंग्लैंड को 49.5 ओवर में 211 रनों पर ही रोक दिया और इसके बाद इस आसान लक्ष्य को 37.1 ओवरों में दो विकेट खोकर हासिल कर लिया। #FLASHBACK आज ही के दिन मिली थी 2011 विश्वकप की सबसे बड़ी जीत, जिसका जश्न फाइनल से ज्यादा मनाया गया था
पाकिस्तान के लिए सर्वाधिक 76 रन अजहर अली ने बनाए। अजहर के साथ पारी की शुरुआत करने उतरे फखर जमान ने एक बार फिर अपने हाथ दिखाए और 57 रनों की शानदार पारी खेली। दोनों ने पहले विकेट के लिए 118 रनों की साझेदारी कर टीम की जीत की बुनियाद रख दी थी।
बाबर आजम 38 रन पर और मोहम्मद हफीज 31 रनों पर नाबाद लौटे। पाकिस्तान से डरा बीसीसीआई, सरकार के मना करने के बाद भी की द्विपक्षीय सीरीज के लिए पाकिस्तान से बैठक
इससे पहले, पाकिस्तानी गेंदबाजों ने इंग्लैंड को खुलकर नहीं खेलने दिया और अपनी सटीक लाइन लैंथ से मेजबान टीम के बल्लेबाजों को बांधे रखा।
इंग्लैंड के लिए जो रूट ने सर्वाधिक 46 रन बनाए। जॉनी बेयर्सटो ने 43 रनों का योगदान दिया।
पाकिस्तान की तरफ से हसन अली ने तीन विकेट लिए। जुनैद खान और रुमान रइस को दो-दो सफलताएं मिलीं। शादाब खान को एक विकेट मिला। भारतीय टीम के तेज उमेश यादव ने ‘सचिन: अ बिलियन ड्रीम’ देखने के बाद क्रिकेट के भगवान से की एक मीठी शिकायत
इंग्लैंड की टीम का हार का सबसे बड़ा कारण टीम की खराब बल्लेबाज़ी रही. टीम का कोई भी बल्लेबाज़ विकेट पर टिककर एक बड़ी पारी नहीं खेल सका. एक के बाद एक इंग्लिश बल्लेबाज़ अपनी विकेट गवांते चले गये. एक समय ऐसा लग रहा था, कि इंग्लैंड की टीम एक बड़ा स्कोर बनाने में सफल हो पाएंगी, लेकिन ऐसा बिलकुल भी देखने को नहीं मिला. कही ना कही टीम का हार का सबसे बड़ा कारण टीम की बल्लेबाजी रही.