महिला क्रिकेट विश्वकप के फाइनल मैच में इंग्लैंड की महिला टीम ने भारत को 9 रन से हराकर विश्वकप को अपने नाम कर लिया. इंग्लैंड की टीम ने इस मैच में पहले खेलते हुए 50 ओवर में 228 का स्कोर खड़ा कर दिया था, जिसके बाद भारत की टीम इस स्कोर से 9 रन पहले ही आउट हो गयी और इस मैच को गवां बैठी. भारत की टीम इस मैच में एक समय काफी मजबूत स्थिती में थी, लेकिन इसके बाद टीम ने एकदम से विकेट खोना शुरू कर दिए और टीम 219 रन बनाकर आलआउट हो गयी.
इंग्लैंड ने जीता टॉस ली बल्लेबाजी
इंग्लैंड की टीम ने इस मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया, जिसके बाद टीम के ओपनिंग बल्लेबाजों ने टीम को एक अच्छी शुरुआत दी और स्कोर को 47 रन तक लेकर गयी, लेकिन इसके बाद टीम ने 63 रन तक 3 विकेट खो दिया, पर विकेटकीपर बल्लेबाज सारा टेलर ने नताली स्किवर के साथ मिलकर टीम को संभाला और चौथे विकेट के लिए 83 रन की साझेदारी की, लेकिन इसके बाद भारतीय तेज गेदबाज़ झूलन गोस्वामी ने लगातार दो गेंदों में दो विकेट लेकर एक बार फिर से टीम की इस मैच में वापसी करा दी.विकेटकीपिंग के अलावा इस काम के लिए पूरी तरह से रिद्धीमान साहा पर निर्भर है विराट कोहली
गुन और ब्रंट ने बनाये तेज रन
इंग्लैंड की टीम इस मैच में एक समय 200 के स्कोर के पार भी नहीं जा रही थी, लेकिन इंग्लैंड की तरफ से अंत के ओवर में बल्लेबाजी करने के लिये आयीं गुन और ब्रंट ने तेज खेलकर टीम के स्कोर को ना सिर्फ 200 के पार पहुँचाया, बल्कि एक सम्मानजनक लड़ने लायक स्कोर भी दिया. दोनों ने मिलकर 7 वें विकेट के लिए 32 रन की साझेदारी की. भारत की तरफ से इस मैच में झूलन गोस्वामी ने सबसे अच्छी गेंदबाजी की झूलन ने अपने 10 ओवर के स्पेल में 23 रन देकर 3 विकेट हासिल किये.कुछ दिन पहले अनिल कुंबले की तारीफ करने वाले रिद्धिमान साहा ने आखिरकार शास्त्री पर तोड़ी चुप्पी, दे दिया चौकाने वाला बयान
भारत दबाव में गयी बिखर
भारत की टीम जब इस मैच में इंग्लैंड के स्कोर का पीछा करने के लिए उतरी तो टीम का पहला विकेट 5 रन पर स्मृति के रूप में गिर गया जिसके बाद कप्तान मिताली राज ने पूनम राउत के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 38 रन की साझेदारी की पर 17 रन बनाकर वे भी रन आउट हो गयी. पिछले मैच में शानदार बल्लेबाजी करने वाली हरमनप्रीत कौर ने अपनी पारी की शुरुआत कुछ धीमी की, लेकिन इसके बाद उन्होंने तेज खेलना शुरू किया और पूनम के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 95 रन की साझेदारी की. हरमनप्रीत ने इस मैच में 51 रन बनायें, वहीं पूनम ने भी इस मैच में 86 रन की पारी खेली पर दोनों की पारी टीम को मैच जिताने में नाकाम साबित हुयी. भारतीय टीम के अंतिम 6 विकेट सिर्फ 28 रन पर ही गिर गए.
मुझे अपनी टीम पर गर्व हैं
भारतीय टीम की इस मैच में हार के बाद टीम की कप्तान मिताली राज ने कहा कि “मुझे अपनी टीम की सभी लड़कियों पर गर्व हैं. इंग्लैंड की टीम ने इस मैच में अपनी नर्व को कंट्रोल करके रखा और उन्होंने महत्वपूर्ण मौकों पर मैच में अपनी पकड़ को मजबूत कर लिया. मैं इस मैच में दर्शकों को भी धन्यवाद देना चाहूंगी जो की इतनी अधिक संख्या में आकर हमारा समर्थन किया.”
मिताली ने झुलन पर बोलते हुए कहा कि “वो एक क्लास गेंदबाज हैं और इस बात को उन्होंने आज साबित भी कर दिया.” महिला विश्वकप फाइनल: सचिन और कोहली नही बल्कि इस खिलाड़ी के आउट होने के बाद टीवी बंद कर देती थी हरमनप्रीत कौर
बल्लेबाज इतने अनुभवी नहीं हैं
मिताली ने इस मैच में अपनी टीम की बल्लेबाजी पर बोलते हुए कहा कि “हमारी टीम की बल्लेबाजी अभी अनुभवहीन हैं और जिस कारण वे अपनी नर्व को संयमित नहीं रख सके. मुझे पूरा विश्वास हैं कि समय के साथ वे और अनुभव ले लेंगी ,मैं अभी अपने आप को कुछ और वर्षों तक खेलते हुए देख रहीं हूँ, लेकिन मैं अगला वर्ल्डकप नहीं खेलूंगी. झूलन का कैरियर काफी शानदार रहा हैं और वो आने वाले युवा खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा का काम करता हैं. मुझे इस बात का पूरा विश्वास हैं कि भारत में सभी लोग अब विमेंस क्रिकेट को गंभीरता से लेंगे.”