कोलकाता के ईडन गार्डन में भारत और श्रीलंका के बीच खेला गया मुकाबला पहला टेस्ट भले ही ड्रा साबित हुआ हो. मगर भारतीय टीम के खिलाड़ियों ने इस मैच में सभी का दिल जीत लिया, खास तौर पर गेंदबाजों ने. दूसरी पारी में भारतीय टीम ने श्रीलंका को जीत के लिए 231 रनों का लक्ष्य दिया. मगर भारतीय टीम के गेंदबाजों से सामने श्रीलंका टीम ने 75 रनों के भीतर ही 7 विकेट गंवा दिए.
भारतीय टीम को असाधारण जीत के मुहाने पर पहुचाने का श्रेय भारतीय टीम के तेज गेंदबाजों को जाता है. भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी की जोड़ी ने गजब का प्रदर्शन किया.
तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने श्रीलंकाई बल्लेबाजों को पूरी तरह दबाव में ढकेल दिया. शमी ने मैच के बाद इंटरव्यू मैच से जुड़ी कई बाते साझा की.
इस वजह से की 145 से ऊपर की गेंदबाजी की-
मोहम्मद शमी ने दूसरी पारी में श्रीलंका के बालेबाजों को आउट करने के लिए 145 से अधिक की रफ़्तार से गेंदबाजी की. उन्होंने कहा, कि हम मैच जीतना चाहते थे लेकिन ओवर कम थे इस लिए हमे विकेट लेने के लिए ज्यादा कोशिश करने की जरूरत थी. मैंने वही किया. दर्शकों को भी मेरी गेंदबाजी देख खूब मजा आ रहा था. उन्होंने कहा, कि हमारा गेंदबाजी आक्रमण गजब का है इस लिए हमें विश्वास रहता है कि हम किसी भी परिस्थिती में मैच जीत सकते हैं हम उसी को अपना रहे थे. हमने 7 विकेट भी गिरा दिए थे.
घरेलू मैदान का उठाया फायदा-
शमी ने दूसरी पारी में कड़ी गेंदबाजी करते हुए दो मुख्य विकेट निकाले. उन्होंने कहा कि मैच के दो दिन हमारे लिए बिल्कुल अच्छे नही थे, लेकिन घरेलू मैदान होने के कारण मुझे पता था कि जैसे ही इस पिच पर धूप पड़ेगी यह हमारे लिए मदद करेगी. अंत में हमे रिवर्स स्विंग प्राप्त हुई. मगर रोशनी कम हो जाने के कारण यह मैच ड्रा रहा.
मोहम्मद शमी ने मैच की पहली पारी में 4 और दूसरी पारी में 2 विकेट समेत कुल 7 विकेट लिए.
इसी मैदान पर अपने पहले मैच का पहला ओवर फेंका था-
मोहम्मद शमी उन खिलाड़ियों की सूची में शामिल हैं जिन्हें अपने घरेलू मैदान पर पर्दार्पण करने का मौका मिला. शमी ने 6 नवम्बर 2013 को धोनी की कप्तानी में पहला मैच खेला था. उस मैच में धोनी ने पहला ओवर शमी से ही डलवाया था. शमी ने बताया उस ओवर ने मेरे आत्मविश्वास को बढाने में बहुत मदद की. मैं लगातार सीख रहा हूँ.