भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के क्रिकेट अनुभव व उनके क्रिकेट के ज्ञान से हम सभी भलीभांति परिचित है.
जीतना क्रिकेट खेलने का अनुभव व क्रिकेट का ज्ञान महेंद्र सिंह धोनी को हो शायद ही उतना क्रिकेट का ज्ञान व अनुभव वर्तमान में किसी अन्तराष्ट्रीय खिलाड़ी को हो.
दो युवा गेंदबाजो के साथ साझा किया अपना अनुभव
कल रविवार 17 सितम्बर को जब भारतीय टीम ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज का पहला वनडे मैच खेल रही थी. तब भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी अपने क्रिकेट का सारा अनुभव और ज्ञान भारत के दो युवा रिस्ट स्पिनर युज्वेंद्र चहल व कुलदीप यादव के साथ साझा करते हुए नजर आ रहे थे.
महेंद्र सिंह धोनी विकेट के पीछे से हर एक गेंद के साथ युज्वेंद्र चहल व कुलदीप यादव को गेंदबाजी के गुण सिखा रहे थे और दोनों को ही बता रहे थे, कि किस बल्लेबाज के खिलाफ किस तरह की रणनीति के साथ गेंदबाजी करनी है.
विकेट के पीछे से कुछ ये बोल रहे थे धोनी
महेंद्र सिंह धोनी की विकेट के पीछे से युज्वेंद्र चहल व कुलदीप यादव को हुई सारी बाते स्टंप माइक के जरिये सभी को सुनाई दे रही थी, जिनमे से धोनी की कुछ बाते यह थी, जैसे “वो मारने वाला डालना अंदर या बाहर कोई भी”, “घुमने वाला डाल घुमने वाला”, “ना ना ये गेंद इसके लिए गलत है”, “इसको इतना आगे नहीं”
ग्लेन मैक्सवेल के लिए भी बताई रणनीति
मैच में एक समय ऐसा आ गया था, कि मैच ऑस्ट्रेलिया की तरफ झुकता हुआ नजर आ रहा था, क्योंकि ऑस्ट्रेलियाई टीम के विस्फोटक बल्लेबाज ग्लेन मैक्सवेल काफी तूफानी पारी खेल रहे थे और चौकों-छक्कों की बरसात कर रहे थे, लेकिन इस दौरान धोनी ने भारतीय युवा स्पिनरों का आत्मविश्वास बनाए रखा और उन्हें हर गेंद के साथ विकेट के पीछे से कुछ ना कुछ बताते रहे.
इसके बाद महेंद्र सिंह धोनी ने यजुवेन्द्र चहल के साथ एक रणनीति बनाते हुए ऑस्ट्रेलियाई टीम के विस्फोटक मध्यक्रम के बल्लेबाज ग्लेन मैक्सवेल की तूफानी पारी 18 गेंद में 39 रन पर समाप्त कर दी.
चहल ने भी माना धोनी का दम
मैच जीतने के बाद भारतीय स्पिनर युज्वेंद्र चहल ने भी महेंद्र सिंह धोनी की अपने एक इंटरव्यू में जमकर तारीफ करते हुए कहा,
“मुझे आईपीएल से ही मैक्सवेल को गेंदबाजी करना पसंद है, क्योंकि उनके खिलाफ गेंदबाजी करने में एक अलग ही चैलेंज होता है, जब वह शानदार बल्लेबाजी कर रहा था, तो माही भाई ने मुझे कहा था, कि वह गेंद को हिट करने को देख रहा है, इसलिए तुम उसको ऑफ स्टंप के बाहर गेंदबाजी करना हम दोनों की ये रणनीति आखिरकार हमारे काम भी आई.”