भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के लिए शनिवार का दिन निराशाजनक रहा, द्वारका के सेक्टर 10 में स्थित वेलकम होटल में आग लगने के कारण दूसरा सेमी फाइनल मुकाबला, पालम के एयर फ़ोर्स स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स से शिफ्ट होकर दिल्ली के फ़िरोज़शाह कोटला मैदान पर कर दिया गया.
धोनी ने शनिवार को टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी का फैसला किया और इस मैच में बंगाल ने झारखण्ड के सामने 330 रनों का विशाल लक्ष्य रखा, जिसका पीछे करते हुए झारखण्ड की पूरी टीम 288 रनों पर ऑल आउट हो गई. इन 5 युवा भारतीय खिलाड़ियों को मिल सकता है धोनी कोहली के साथ ऑस्ट्रेलिया में खेलने का मौका
इस हार के साथ झारखण्ड का विजय हज़ारे ट्राफी का सफ़र ख़त्म हुआ, लेकिन भारत के पूर्व कप्तान के लिए मुश्किलें यही ख़त्म नहीं हुई.
रविवार को धोनी ने दिल्ली के एक पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई, कि उनका फ़ोन गुम गया है. धोनी का फोन उस समय गुमा जब होटल में आग लगी हुई थी और धोनी अपने साथी खिलाड़ियों को सुरक्षित बाहर निकालने में व्यस्त थे.
टीम और धोनी तो सुरक्षित बाहर निकल गए, लेकिन इस बीच धोनी का फोन वही गुम गया. महेंद्र सिंह धोनी के लिए अभी आने वाला समय काफी व्यस्त रहने वाला है, पहले उन्हें आईपीएल खेलना है, जिसके बाद भारत का चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब बचाए रखने के लिए भी धोनी को टीम इंडिया में अहम भूमिका निभानी है. डीन जोन्स ने साधा कोहली और युवराज पर निशाना, कहा ऐसे हो सकती है फिक्सिंग