भारत और बांग्लादेश का विश्वकप क्वार्टर फाइनल विवादों में रहा था. अंपायरों को लेकर उस मैच में आरोप लगे थे और इसके चलते उस समय के आईसीसी प्रेसिडेंट मुस्तफा कमाल ने इस्तीफा दिया था और अंपायरों पर आरोप भी लगाए थे.
क्रिकेट नेकस्ट वेबसाइट से इंटरव्यू में मुस्तफा कमाल ने कहा की विश्वकप क्वार्टर फाइनल की पुरी कहानी श्रीनिवासन ने लिखि थी.
बांग्लादेश की भारत के उपर जीत पर उन्होंने कहा की, ये काफी अच्छी जीत थी और सभी बांग्लादेशी इससे खुश है. हम अब अच्छी टीम को हराने की क्षमता रखते है. और हमे सिर्फ 4-5 खिलाडियों पर निर्भर नहीं रहना चाहिए हमे 15 से 20 अच्छे खिलाडी तैयार करने होगे.
बांग्लादेश में क्रिकेट बढने पर उन्होंने कहा की, आईसीसी ऐसे किसी को मदत नहीं करती. लेकिन वे दुसरे जगह से हमे सपोर्ट करती है. भारत का काफी दबदबा है और हमे उनसे भी मदत मिलती है. और क्रिकेट बांग्लादेश प्रसिद्ध है और हमारी आर्थिक स्थिति भी अच्छी हो रही है.
विश्वकप क्वार्टर फाइनल पर उन्होंने कहा, श्रीनिवासन का दबदबा सब जानते है और वो बॉस की तरह पेश आते है. उनके दामाद पर केस दर्ज है उनपर खुद पर भी केस है. तो आप उनसे क्या उम्मीद कर सकते है.
बांग्लादेश बोर्ड और बीसीसीआई के संबंध पर उन्होंने कहा, डालमिया से हमे काफी मदत मिलती है. उन्होंने ही बांग्लादेश को टेस्ट का दर्जा दिया था. और वे हमेशा मदत करते रहते है.
बांग्लादेश के क्रिकेट आगें बढने पर उन्होंने कहा, बांग्लादेश पहले से ही आगें है, काफी बडे खिलाडी यहा खेल चुके है और हमे सिर्फ 15 साल ही हुए है क्रिकेट में.
बांग्लादेश की विश्वकप की हार का बदला लिया इस सवाल पर उन्होंने कहा, में अब वो बात याद नहीं रखना चाहता. में सिर्फ ये बता रहा था की क्यों उस दिन मैदान पर स्पायडर कैमरा नहीं था? क्यों उस दिन बडी स्रिकन मैदान पर नहीं थी? क्यों उस दिन टेकनॉलजी का सही इस्तेमाल नहीं किया गया? इसका जवाब किसीने नहीं दिया. और ये सिर्फ श्रीनीवासन की वजह से हुआ.