राजीव गांधी स्टेडियम के निर्माण में कथित रूप से से हुई वित्तीय अनियमितताओं और उससे संबंधित अन्य मामलों को लेकर चल रही जाँच में बीसीसीआई ने एमवी श्रीधर को नोटिस जारी किया हैं.
एंटी करप्शन ब्यूरो कर रही है जाँच
राजीव गांधी स्टेडियम में निर्माण को लेकर वित्तीय अनियमितताओं की ख़बरों के आई थी. जिसेके बाद से एंटी करप्शन ब्यूरो राजीव गांधी स्टेडियम के निर्माण में कथित रूप से से हुई वित्तीय अनियमितताओं और उससे संबंधित अन्य मामलों की जांच कर रहा है.
पुराने एसीबी केस का विवरण माँगा गया है
इस केस को लेकर बात करते हुए एमवी श्रीधर ने बताया कि ये कोई कारण बताओ नोटिस नही है. इसमें मुझसे हले सभी कर्मचारियों से उनकी शेक्षणिक योग्यता के बारें में जानकरी मांगी गई हैं.
उन्होंने आगे कहा कि इस केस को लेकर मुझे मेल मिल गया है. इस मेल में मुझसे 2011 में हैदराबाद में दर्ज कराए गए पुराने एसीबी केस के बारें में जानकरी मांगी गई हैं.
आने वाले समय में सारी फाइल्स ओपन करेंगे
नोटिस के बारें में आगे बोलते उन्होंने कहा कि वो आने वाले समय इस केस से संबंधित सारी फाइल्स ओपन करेगी. आप को बता दे की साल 2014 में, एसीबी ने हैदराबाद क्रिकेट असोसिएशन के पूर्व पदाधिकारियों को बुलाया था इस मीटिंग में श्रीधर भी शामिल हुए थे. इस मीटिंग में ब्यूरो ने स्टेडियम के कंस्ट्रक्शन, कॉर्पोरेट बक्सों में इंटीरियर की फर्निसिंग व अन्य मामलों से जुडी फाइलों के बारें में जानकारी ली थी.
आप को बता दे कि राजीव गांधी स्टेडियम के निर्माण में कथित रूप से 87.91 करोड़ रुपए की वित्तीय अनियमितता का जिक्र है।