स्टीव स्मिथ नहीं, बल्कि इस पूर्व खिलाड़ी को नाथन ल्योन ने दिया अपने शानदार गेंदबाजी के श्रेय 1

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दूसरे टेस्ट मैच में भी भारतीय टीम ने खराब शुरुआत की है। पुणे में खेले गए पहले टेस्ट मैच में 333 रनों की करारी हार के बाद भी भारतीय टीम ने कोई सबक नहीं लिया और बैंगलुरू में शनिवार से शुरू हुए टेस्ट मैच में भारत पहले बल्लेबाजी करते हुए महज 189 रन पर ढ़ेर हो गई। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से शानदार प्रदर्शन करने वाले नाथन लायन इस भारतीय गेंदबाज को मानते है अपना आदर्श

टीम इंडिया के कप्तान कोहली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। लेकिन ऑस्ट्रेलियाई स्पिन गेंदबाज नाथन ल्योन ने भारतीय बल्लेबाजी क्रम पर गजब का कहर ढाया।और अपनी फिरकी गेंदबाजी से विश्वस्तरिय बल्लेबाजों को घूटने टेकने पर मजबूर कर दिया। लायन ने भारतीय टीम की पहली पारी के 10 में से 8 विकेट अपने नाम कर कई रिकॉर्ड स्थापित किए।

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पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया टीम की शानदार जीत में लायन कुछ खास नहीं कर पाए, लेकिन उन्होनें बैंगलुरू की पिच पर भारतीय बल्लेबाजो को अपनी गेंदों से खूब छकाया। पहले दिन के खेल के बाद नाथन ल्योन बहुत ही खुश नजर आए और उन्होनें अपनी खुशी को जाहीर किया।भारत के खिलाफ ओ कीफ के शानदार प्रदर्शन के बाद भी खुश नहीं है जेसन क्रेजा, ऑस्ट्रेलिया को दी चेतावनी

ल्योन ने मैच के बाद कहा, कि “मैं अभी ये नहीं जानता, कि मैं क्या कहूं। आखिरी एक घंटा मेरे लिए बहुत बड़ा था। मैं पैड पहने हुए था। और उस समय में मुस्कुरा रहा था। मैने जॉन डेविसन के साथ कड़ी मेहनत की है। बिग-बैश से पहले मैने उनके साथ एक-एक घंटा गेंदबाजी करता था और मेरे इस खेल के लिए उन्हें भी श्रेय मिलना चाहिए। मैं आर. अश्विन की गेंदबाजी की टेप देख चुका हूं।”  इस पूर्व भारतीय खिलाड़ी ने बताया बल्लेबाज नहीं, स्पिन गेंदबाज हैं इस हार के दोषी

“लेकिन मैनें मेरी मजबूती पर ध्यान दिया। और ये ऑस्ट्रेलिया के लिए आज के इस शानदार को दर्शाता है। मैं इतनी क्रिकेट तो खेल चुका हूं, कि मैं जानने लगा हूं, कि मेरी मजबूती क्या है। मैनें दुबई में करिब 1200 गेंदे डाली। और साथ ही भारत से पार पाने के लिए हमने बहुत चर्चा की। जिसका फायदा हमें इन पिचों पर लेना है।”