आईपीएल की परेशानी खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है, पहले मुंबई हाई कोर्ट ने आईपीएल गवर्निंग कमेटी को ये आदेश दिया, कि 1 मई के बाद कोई भी मैच मुंबई में नहीं कराये जायेंगे, जिस पानी का उपयोग आईपीएल के लिए पिच बनाने में किया जायेगा, उसका उपयोग मुंबई के सुखा प्रभावित क्षेत्रों में करके लोगों को सुखा से थोड़ी राहत दिया जा सकता है. हाई कोर्ट के इस फैसले के खिलाफ बई क्रिकेट संघ और महाराष्ट्र क्रिकेट संघ ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की थी, जिसमे आईपीएल को मुंबई में ही कराये जाने की बात कही गयी थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इस याचिका को खारिज कर कड़े शब्दों में आदेश दिया है, कि 1 मई के बाद महाराष्ट्र में कोई भी आईपीएल मैच नहीं होने चाहिए.
सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा, कि “अगर लोगों को पीने के लिए पानी नहीं मिल रहा है, तो आईपीएल को बाहर ले जाना ही बेहतर है.”
कोर्ट ने अपने आदेश में पुलिस को भी चेतावनी देते हुए कहा, कि “पुलिस इस बात को तय करे कि स्थानीय प्रशासन ने क्रिकेट स्टेडियम को पानी न दिया जाये, उन्हें स्टेडियम के लिए पानी का प्रबंध कहीं और से करना होगा.”
बीसीसीआई ने इससे पहले बाम्बे हाईकोर्ट से कहा था, कि “आईपीएल के मैच पुणे से शिफ्ट करना संभव नहीं होगा और यह भी बताया कि मुंबई और पुणे टीमें मुख्यमंत्री सूखा राहत कोष में 5-5 करोड़ रुपये देने को तैयार हैं.”
हालाँकि बीसीसीआई ने आईपीएल मैच मुम्बई में कराने के कई सारे प्रयास किये थे,लेकिन कोर्ट ने बीसीसीई की एक भी नहीं सुनी और 30 अप्रैल के बाद कोर्ट ने महाराष्ट्र में एक भी मैच कराये जाने पर रोक लगा दी है.
अब निश्चित रूप से आईपीएल, बीसीसीआई और मुंबई के क्रिकेट संघों को इससे काफी बड़ी नुकसान हो सकती है, जिसकी भरपाई करना इन बोर्ड्स के लिए आसान नहीं होगा.