सेंचुरियन में दक्षिण अफ्रीका और भारत के बीच तीन टेस्ट मैचों की ‘फ्रीडम सीरीज’ के दूसरे टेस्ट मैच का आगाज हो कल शनिवार {13 जनवरी} से हो गया हैं. केपटाउन टेस्ट में मिली बड़ी हार के बाद टीम इंडिया इस मैच को जीतने के इरादे के साथ मैदान पर उतरी हैं.
यही एक बड़ा कारण हैं, कि भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टीम में एक नहीं बल्कि तीन तीन बड़े बदलाव के साथ मैदान पर उतरे हैं. टीम में शिखर धवन के स्थान पर के एल राहुल, रिद्धिमान साहा की जगह पार्थिव पटेल और भुवनेश्वर कुमार के स्थान पर इशांत शर्मा को देखा गया.
पार्थिव से हुई एक बड़ी चुक
भारतीय टेस्ट टीम की अंतिम ग्याराह में एक लम्बे समय के बाद अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज पार्थिव पटेल को देखा गया. पहले ही दिन पार्थिव ने एक अच्छा भी पकड़ा और शानदार कीपिंग भी की, लेकिन हाशिम अमला का एक बेहद ही आसान सा कैच वह टपका बैठे.
दरअसल 50.2वें ओवर में इशांत शर्मा की एक गेंद पर अमला गलती कर बैठे और गेंद बल्ले का बाहरी किनारा लेते हुए सीधा विकेट-कीपिंग कर रहे पार्थिव पटेल के पास जा पहुंची. पार्थिव ने भी बिना देरी किये एक लम्बी छलांग लगाई और गेंद को पकड़ने के लिए कूद पड़े…
मगर वह गेंद को सही तरह से कलेक्ट ना कर सके और गेंद उनके दस्तानों में फसने की बजाय, हाथों से फिसल गयी और अमला आउट होने से बाख गये. आप सभी को बता दे, कि समय हाशिम अमला 30 के स्कोर पर बल्लेबाजी कर रहे थे और अंत में वह 82 रनों की शानदार पारी खेलने के बाद आउट हुए.
नहीं हैं एक उंगली
कैच छुटने की वजह पार्थिव पटेल की खराब कीपिंग नहीं, बल्कि उनकी एक उंगली रही. दरअसल बहुत ही कम लोग यह बात जानते होगे, लेकिन पार्थिव पटेल के बाएँ हाथ की कन्नी उंगली कटी हुई हैं. जी हाँ, उनके बाएं हाथ में एक उंगली नहीं हैं.
अमला का कैच छुटने के बाद कप्तान विराट कोहली से लेकर खेल प्रेमी तक सभी पार्थिव से नाराज दिखाई दिए, लेकिन बिचारे पार्थिव करते भी तो क्या…
दरअसल बात काफी पुरानी हैं… बचपन के दिनों में पार्थिव पटेल काफी शरारती किस्म के बच्चे थे. दिनभर वह धमाचौकड़ी और मोज मस्ती ही करते रहते थे. एक दिन वह अपनी बहन को काफी परेशान कर रहे थे और बहन ने तंग आकर और गुस्से में पार्थिव को बाथरूम में बंद कर दिया.
पार्थिव को बाथरूम में बंद करते वक़्त नन्हे पार्थिव का हाथ बाथरूम के गेट के कोने पर था, दरवाजा बंद हुआ और क्च्च्च… उंगली दरवाजे में ही लटक गयी. पार्थिव जोरों से चिल्लाये… लेकिन काफी देर हो गयी थी. जूनियर पार्थिव को तुरंत हॉस्पिटल ले जाया गया, किन्तु उनकी उंगली ना जुड़ पाई.
मगर पार्थिव पटेल ने अपने हौसलों को टूटने ना दिया और एक विकेटकीपर बनकर ही माने. यह बात हम सभी जानते हैं, कि एक विकेटकीपर की जीवन में उसकी उंगली का कितना बड़ा रोल होता हैं. कैच छुटने के बाद कई लोगों ने उनके कद को लेकर भी मजाक बनाया.