लंदन, 8 फरवरी (आईएएनएस)| इंग्लैंड के पूर्व कप्तान एलिस्टर कुक ने 2014 में केविन पीटरसन को टीम से हटाए जाने के फैसले पर सवाल उठाते हुए इसे खेदजनक करार दिया है। पीटरसन को आस्ट्रेलिया के खिलाफ 0-5 से एशेज श्रृंखला हारने के बाद टीम के निदेशक एंड्रयू स्ट्रॉस ने ‘विश्वास का भारी संकट’ बताकर टीम से बाहर निकाल दिया था।
कप्तानी छोड़ने के बाद कुक ने इस विवाद का जिम्मेदार इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) को ठहराते हुए कहा कि इस विवाद को सही तरीके से संभाला नहीं गया था। OMG: ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों की पत्नियों ने अवार्ड शो को बनाया फैशन शो, ट्रांसपैरेंट कपड़ो में पहुँची, देखे pics
डेलीमेल डॉट को डॉट यूके ने मंगलवार को कुक के हवाले से लिखा है, “काश, इसे अच्छे तरीके से संभाला गया होता। मेना मानना है कि इसे ईसीबी ने सही तरीके से नहीं संभाला। मैं जानता हूं कि सभी की निगाह में मैं खटक रहा था। हर किसी का मानना था कि यह मेरा फैसला था। मैंने अकारण ही सारे हमले झेले।”
कुक ने कहा, “मुझे लगता है कि ईसीबी ने उस दौरान मुझे थोड़ा नीचा दिखाया। उन्होंने सब कुछ मुझ पर थोप दिया। लेकिन, अब यह बीत चुका है।”
कुक ने कहा,
“मुझे लगता है कि इस मामले को जिस तरह से संभाला गया उसका सभी को पछतावा है। जब एंड्रयू स्ट्रॉस बोर्ड में आए और यह फैसला लिया कि पीटरसन अब टीम में नहीं आएंगे, तब जाकर मामला थोड़ा आसान हुआ।” OMG: इस दिग्गज खिलाड़ी की मात्र 16 साल की बेटी ने पार किया हॉटनेस की सारी हदे, तस्वीरे हो रही है वायरल
कप्तानी छोड़ने के फैसले पर कुक ने कहा,
“मेरे लिए यह मुश्किल रहा लेकिन मैंने जितना सोचा था, उससे थोड़ा आसान रहा। सबसे मुश्किल बात मेरे लिए अपने आप से यह कहना रही कि यह अब जाने का समय है क्योंकि यह बेहतरीन जिम्मेदारी थी। लेकिन आसान इसलिए लगा क्योंकि मुझे लगा कि मैं अपना काम कर चुका हूं।”