पूर्व भारतीय कप्तान और दिल्ली डेयरडेविल्स मेंटर राहुल द्रविड़ ने आईपीएल नीलामी अंतर्दृष्टि सोच के बारे में अपना अनुभव साँझा किया हैं.
क्रिकइंफो के एक कार्यक्रम में 43 वर्ष के द्रविड़ ने घरेलु क्रिकेट में अच्छे प्रदर्शन को इसका जिम्मेदार ठहराया.
आईपीएल के 9 एडिशन में, खिलाड़ी, कप्तान ओए मेंटर के अनुभव के बाद द्रविड़ को महसूस हुआ कि खेल के छोटे प्रारूप में हर निर्णय टीम मैनेजमेंट को लेना होता हैं.
द्रविड़ ने कहा “आईपीएल टीमों के बीच कुछ बातचीत हुई थी, यह बातें बाहर नहीं होती. यह बातें टीवी पर नहीं होती क्योंकि मैं उसमें रह चुका हूं, मुझे पता है टी-ट्वेंटी मैच के समय टीम और उनके आस-पास के वातावरण में जो बातें होती है, वो बाहर कही नहीं होती जो फटाफट क्रिकेट को अलग बनाता है”.
पूर्व दिग्गज बल्लेबाज़ ने आगे कहा “मैं यह नहीं कहूँगा कि बाहर लोगों को जानकारी नहीं है लेकिन उन्हें बहुत ज्यादा जानकारी नहीं है. मुझे लगता है कि कई लोग ऐसे भी है जो टिप्पणी करेंगे कि वह ऐसा क्यों कर रहा है? ऐसा क्यों हुआ? और अंदर क्या हुआ इसको समझे बिना ऐसी टिप्पणी करते हैं”
अगली नीलामी 2016, दिल्ली डेयरडेविल्स ने युवराज सिंह को छोड़ दिया और यह संकेत दिए कि वह किसी युवा चेहरे पर दाव लगाना चाहते हैं. जिसके बाद डेयरडेविल्स ने अनकैप स्पिनर पवन नेगी को 8.5 करोड़ में टीम में शामिल किया.
सबसे रोचक बात यह रही कि पवन को 8 मैचो में केवल 9 ओवर गेंदबाजी कराई गयी. जिसके बाद नेगी ने दावा किया कि उन्हें क्षमता के अनुसार उन्हें मौके नहीं दिए गए.
इस तरह चयन पर प्रकाश डालते हुए द्रविड़ ने कहा कि “बहुत रिसर्च की जरुरत है, तीन या चार वर्ष पहले जैसा था उससे कही अधिक भारतीय घरेलू खिलाड़ियों के बारे में जानकारी रखना होगी. अचानक ही सभी ने युवा भारतीय खिलाड़ियों को जोड़ने का फैसला लिया और हर टीम नीलामी के समय पूरी तैयारी के साथ आती है. भारतीय युवा खिलाड़ियों के बारे में आपने कम ही सुना होगा कि उसके बारे में ज्यादा लोगों ने नहीं सुना है या उसे बहुत ही सस्ते दामों में खरीदा गया है”
वेस्ट-इंडीज के आल-राउंडर कार्लोस ब्रेथवेट के केस का हवाला देते हुए द्रविड़ ने कहा “किसने सोचा था कि उसे (ब्रेथवेट) 4.2 करोड़ में ख़रीदा जायेगा, लेकिन केकेआर जिसके पास सीपीएल टीम (त्रिबंगो नाईट राइडर्स) है उन्हें ब्रेथवेट के बारे में दिल्ली डेयरडेविल्स टीम से ज्यादा पता था. मुझे लगता है नीलामी बेहद गतिशील रही हैं”.