अनिल कुंबले के इस्तीफा देने के बाद इस बात पर संशय बना था कि टीम इंडिया का अगला कोच कौन होगा। लेकिन मंगलवार की शाम स्थिति पूरी तरह से साफ हो गई, काफी जद्दोजहद के बाद सीएसी ने रवि शास्त्री को कोच चुना लिया है। कयास पहले से ही लगाए जा रहे थे कि रवि शास्त्री को ही टीम इंडिया का कोच चुना जायेगा। इसकी सबसे बड़ी वजह शास्त्री और कप्तान कोहली के बीच की नजदीकियां हैं। बीसीसीआई ने मंगलवार की शाम शास्त्री को कोच चुन लिया। लेकिन यह टीम इंडिया के लिए ठीक नहीं हुआ है।
आइये आपको बतातें हैं वो पांच कारण जो स्पष्ट करते हैं कि शास्त्री भारतीय टीम के लिए अच्छे कोच नहीं है।
बतौर हेड कोच पहली बार –
यह पहली बार है जब रवि शास्त्री को किसी टीम के हेड कोच का पद सौंपा गया है। इससे पहले वो कभी भी हेड कोच नहीं रहे हैं। लिहाजा उनके पास हेड कोच का अनुभव नहीं है। हालांकि वो टीम डायरेक्टर तो रहे हैं, लेकिन किस तरह से खिलाड़ियों और सहायक कोच के साथ तालमेल बैठाना शास्त्री इस बात से वाकिफ नहीं हैं। वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत की शर्मनाक हार के बाद कोहली, धोनी और भुवनेश्वर शक के घेरे में
टीम में करते हैं पक्षपात –
रवि शास्त्री की फितरत से बीसीसीआई अच्छी तरह से वाकिफ है। इसके बावजूद उन्हें हेड कोच की जिम्मेदारी सौंप दी है। दरअसल शास्त्री पक्षपात की भावना रखते हैं। अब उन्हें टीम की जिम्मेदारी मिल गई है, लिहाजा वो अपने चहेते खिलाड़ियों को टीम में जगह देंगे। ऐसा करने से फॉर्म में चल रहे खिलाड़ियों को राजनीतिक तरीके से बाहर कर देंगे। मैट रेंशो ने टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली पर दूसरे दिन के खेल के बाद लगाए काफी चौकाने वाले आरोप
कोहली पर ही देते हैं ध्यान –
दरअसल विराट कोहली और रवि शास्त्री के बीच काफी अच्छे संबंध हैं और इन्हीं संबंध की वजह से शास्त्री को कोच चुना गया है। लेकिन दिक्कत इस बात की है कि वो सिर्फ कोहली पर ही ध्यान देते हैं। शास्त्री और कोहली के बीच नजदीकियां टीम के लिए ठीक नहीं हैं, क्यों कि इस वजह टीम के दूसरे खिलाड़ी नजरअंदाज हो सकते हैं।
शास्त्री का बड़बोलापन –
भारतीय टीम में कई दिग्गज खिलाड़ी हुए हैं। इन खिलाड़ियों में सबसे ज्यादा रवि शास्त्री अपने बातों को लेकर चर्चा में रहे हैं, क्यों कि शास्त्री बड़बोले स्वभाव के हैं। इस बात का कई बार उदाहरण देखने को मिला है। शास्त्री के करीबी भी इस बात पर मुहर लगा चुके हैं। यहां तक की उनके साथ खेल चुके खिलाड़ी भी इस बात को स्वीकार करते हैं। फाइनल मैच में मिली हार के बाद स्टीव स्मिथ ने जयदेव उनादकट और सुंदर की नहीं बल्कि मुंबई के इस खिलाड़ी की किया तारीफ
गांगुली- शास्त्री विवाद –
टीम के पूर्व कप्तान और सीएसी के सदस्य और रवि शास्त्री के बीच विवाद चलता रहा है। यह विवाद भी किसी छिपा नहीं है। यहां तक की कोच पद के लिए इंटरव्यू के दौरान भी शास्त्री ने गांगुली पर संगीन आरोप लगाए थे।