बीते कई दिनों से भारतीय टीम का कोच पद चर्चा में बना था। अनिल कुंबले के इस्तीफा देने के बाद इस पद के लिए किसे चुना जायेगा। हालांकि मंगलवार की शाम इस बात से पर्दा उठ गया और रवि शास्त्री को मुख्य कोच के रूप में चुन लिया गया। शास्त्री के साथ ही राहुल द्रविड़ को बल्लेबाजी के लिए सलाहकरा के रूप में और जहीर खान को गेंदबाजी के लिए सलाहकार के रूप में चुना गया है। इस पद के लिए कई पूर्व दिग्गज खिलाड़ियों ने आवदेन किया था। हालांकि अब एक बात यह सामने आ रही है कि क्या सीएसी ने कोच का फैसला करने में जल्दाबाजी तो नहीं की है।
सीएसी ने लिया फैसला –
क्रिकेट सलाहकार समिति के सदस्य सौरव गांगुली, सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण टीम इंडिया का कोच तय करने से पहले 10 जुलाई को इंटरव्यू लिया था। इस पद के लिए कई लोगों ने आवदेन किया था, लेकिन सीएसी ने इंटरव्यू के लिए आवदेकों को शॉर्ट लिस्ट किया था। टीम इंडिया का कोच बनने की रेस में रवि शास्त्री और वीरेन्द्र सहवाग आगे चल रहे थे, लेकिन बाद में शास्त्री को जीत हासिल हुई है। कोहली और शास्त्री की नजदीकियां इसकी बड़ी वजह मानी जा रही हैं। अब एक सवाल यह सामने आ रहा है कि क्या सीएसी ने शास्त्री को कोच बनाने में जल्दबाजी तो नहीं की है। हालांकि अब इस बात का कोई मतलब नहीं रहा है। किसने क्या कहा: युवराज सिंह से लेकर चेतेश्वर पुजारा तक सभी ने दी सौरव गांगुली को जन्मदिन की बधाई
द्रविड़ और जहीर सलाहकार के रूप में –
सीएसी ने राहुल द्रविड़ को बल्लेबाजी सलाहकार और जहीर खान को गेंदबाजी सलाहकार के रूप में नियुक्त किया है। दरअसल इन दोनों दिग्गज खिलाड़ियों के टीम के साथ रहने से खिलाड़ियों को अपनी कमियां सुधारने में मदद मिलेगी। इससे पहले राहुल द्रविड़ को भारत की जूनियर टीम का कोच भी नियुक्त किया गया था। उनके कार्यकाल को बढ़ाया गया था। एक अहम बात यह भी है कि शास्त्री के साथ द्रविड़ को रखना सोचा समझा निर्णय है। इस बात से सभी वाकिफ हैं कि शास्त्री राजनीति करने के मामले में अव्वल हैं। लिहाजा द्रविड़ के रहने से थोड़ा अंकुश रहेगा। मुंबई के तेज गेंदबाज धवल कुलकर्णी चोट के बाद एक बार फिर भारतीय टीम में वापसी को तैयार, इस बड़े टूर्नामेंट से होगी वापसी
कई दिग्गज खिलाड़ियों ने किया था आवेदन –
भारतीय टीम का कोच बनने के लिए कई दिग्गज खिलाड़ियों ने आवेदन किया था। इसमें वीरेन्द्र सहवाग, टॉम मूडी, रिचर्ड पायबस और डोडा गणेश शामिल हैं। लेकिन इनमें से शास्त्री को ही चुना गया।