भारत के पहले वनडे मैच में अंतिम ओवर में टीम को जीत दिलाने वाले साउथ अफ्रीका के युवा तेज गेंदबाज कैगिसो रबादा ने कहा कि महेंद्र सिंह धोनी के लिये आखिरी ओवर करने का उन पर काफी दबाव था. लेकिन उन्हें खुशी है कि भारतीय कप्तान जैसे दिग्गज खिलाड़ी के सामने वह खुद को बेहतर साबित करने में सफल रहे.

भारत को आखिरी ओवर में 11 रन चाहिए थे लेकिन रबादा ने शानदार गेंदबाजी करके केवल पांच रन दिये. रबादा ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘मैंने मैचों में कभी आज जैसा दबाव कभी महसूस नहीं किया था. यह शीर्ष खिलाड़ियों के सामने होने और क्रिकेट के स्तर के कारण था. प्रशंसक, बड़ा मैच, यह काफी भावनात्मक था. ’’

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उन्होंने कहा, ‘‘मैंने तब एबी (डिविलियर्स) से बात की और हम अभी तक बैक ऑफ लेंथ गेंदबाजी करते रहे और यह रणनीति है, अब आपका क्या सोचना है. उन्होंने कहा, ‘नहीं क्योंकि धोनी फुललेंथ गेंदों को मार सकता है. हमारी रणनीति अच्छी रही और हमने उस पर अच्छी तरह से अमल किया. ’’

रबादा ने कहा, ‘‘आखिरी ओवर के लिये हमारी रणनीति स्पष्ट थी कि क्या करना है. हमने परिस्थितियों से अच्छी तरह सामंजस्य बिठाया और इसका फायदा मिला. ’’ सीनियर बल्लेबाज हाशिम अमला ने भी रबादा की तारीफ की.

उन्होंने कहा, ‘‘पिछले दो वर्षों में हमने कई यादगार जीत दर्ज की. यह निश्चित रूप से उनमें से एक थी. यदि किसी ने 40वें ओवर में मैच देखा होगा तो उसने भारत की जीत पर दांव लगाया होगा. लेकिन इमरान ताहिर के एक ओवर में पासा पलटा और फिर फिर केजी (रबादा) का आखिरी ओवर बेहतरीन रहा. ’’