साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी-20 और वनडे मुकाबलों में भारतीय गेंदबाजों को काफी पापड़ बेलने पड़े लेकिन सीनियर ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने आज कहा कि उन्हें इस चुनौती में बहुत मजा आया और वनडे सीरीज में वह अपने प्रदर्शन से खुश हैं.

हरभजन इंदौर में दूसरे वनडे से पहले टीम से जुड़े और चार मैचों में उन्होंने छह विकेट लिये. उन्होंने बल्लेबाजों की ऐशगाह पिचों पर सिर्फ 5.30 प्रति ओवर की दर से रन दिये.

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 उन्होंने कहा ,‘‘ मुझे इस सीरीज में बहुत मजा आया. विश्व स्तरीय प्रतिद्वंद्वियों का सामना करने में अलग ही मजा है और इसमें एक टीम के रूप में आपको अपना शत प्रतिशत देना होता है. मैं सीरीज में अपने प्रदर्शन से बेहद संतुष्ट हूं.’’

 

यह पूछने पर कि पहले दो टेस्ट नहीं खेल पाने से क्या उन्हें बुरा लग रहा है, उन्होंने कहा कि टेस्ट कप्तान विराट कोहली से उनकी बात हुई है जिसने उन्हें टीम संयोजन के बारे में बताया.

 

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उन्होंने कहा ,‘‘कप्तान ने मुझे बताया कि साउथ अफ्रीकी टीम के टॉप ऑर्डर में तीन दाहिने हाथ के बल्लेबाज (हाशिम अमला, फाफ डु प्लेसिस और एबी डिविलियर्स) हैं , लिहाजा उन्हें बायें हाथ के स्पिनर की जरूरत है. उसने मुझे हालात समझये हालांकि मैं टीम में वापसी के लिये कड़ी मेहनत करूंगा.’’ हरभजन जल्दी ही रणजी ट्रॉफी खेलेंगे जहां वह पंजाब की कप्तानी संभालेंगे.

 

हरभजन ने कहा कि हर तरह का क्रिकेट अहम है. उन्होंने कहा ,‘‘मैंने वनडे में अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन मैने यह नहीं सोचा कि मैं कोई एक ही फॉर्मेट खेलूंगा. हर प्रारूप मेरे लिये अहम है. मैं तीनों फॉर्मेट में खेलना चाहता हूं.’’

 

मुंबई के खिलाफ मैच में सात ओवरों में उन्होंने सिर्फ 34 रन दिये जबकि साउथ अफ्रीका ने चार विकेट पर 438 रन बनाये थे. हरभजन ने कहा ,‘‘मैने वानखेड़े पर काफी क्रिकेट खेली है. यह हमेशा से बल्लेबाजों का मददगार विकेट रहा है. उस दिन एबी जबर्दस्त फॉर्म में था . हमने कुछ कैच भी छोड़े . यदि वे कैच लपके गए होते तो उनका स्कोर 438 से कम होता .’’