टीम इंडिया के हिटमैन यानी रोहित शर्मा अब तेज गेंदबाजी का अभ्यास कर रहे हैं और उनका मानना है कि आगामी दिनों में यह महत्वपूर्ण साबित हो सकता है क्योंकि भारत स्तरीय आलराउंडर तैयार करने के लिए संघर्ष कर रहा है.
रोहित ने दक्षिण अफ्रीका सीरीज से पहले अभ्यास करते हुए कहा,
“मैंने नेट में तेज गेंदबाजी का अभ्यास शुरू कर दिया है. यह पुरानी चीज नहीं है क्योंकि मैंने हाल में श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान ही नेट पर तेज गेंदबाजी शुरू की है. मैंने अभी तेज गेंदबाजी करना शुरू ही किया है, और अब मुझे हमारे गेंदबाजी कोच भरत अरूण से बात करने की जरूरत है कि मैं आगे कैसे सुधार कर सकता हूं. मेरा विचार है कि टीम में मैं अपना अधिक से अधिक योगदान दूं. अगर मैं प्रतिदिन 10 से 12 ओवर फेंक पाया और टीम में हालात के अनुसार तीसरे या चौथे तेज गेंदबाज की भूमिका निभा पाया तो मेरा कप्तान राहत महसूस कर सकता है. यह सिर्फ इतनी सी बात है कि आप लगातार प्रगति करो और अपने तरकश में तीर बढ़ाते जाओ.”
इस 28 वर्षीय बल्लेबाज ने कहा कि उनका मानना है कि उनका प्रदर्शन संतोषजनक था क्योंकि उन्होंने दो अर्धशतक टीम की जीत के दौरान बनाए. ये बात उन्होंने श्रीलंका में शानदार प्रदर्शन कर उन आलोचकों को जबाब दिया, जो कहते थे, कि रोहित पारी को बड़ी पारी में नहीं बदल पा रहे है.
रोहित ने आगे कहा,
“मैं टेस्ट मैचों में अपने प्रदर्शन से संतुष्ट हूं. मुझे पता है कि मेरे पास बड़ा शतक जड़ने का मौका था लेकिन तीसरे टेस्ट में मेरा अर्धशतक संतोषजनक था. मैं अपनी उपलब्धियों पर बैठे नहीं रहना चाहता और इसमें सुधार करना चाहता हूं.”
रोहित ने अब तक 4312 वनडे और 870 टेस्ट रन बनाए हैं जबकि उनके नाम पर टी20 अंतरराष्ट्रीय में भी 739 रन दर्ज हैं.
रोहित को गर्व है कि उनके लिए मापदंड अब वनडे इंटरनेशनल में 264 रनों की विशाल पारी है लेकिन वह अपने लक्ष्य को लेकर हकीकत में जीना चाहते हैं.
उन्होंने कहा,
“आपको समझना होगा कि 264 रनों की पारी रोज नहीं खेली जाती. यहां तक कि मैं भी अपने बनाए इस स्तर को बरकरार रखना चाहता हूं. लेकिन ये विशेष दिन होते हैं. आपका भाग्य, शॉट चयन, मैच के आपकी टीम की स्थिति, प्रत्येक चीज मायने रखती है.”
यह पूछने कि क्या टेस्ट टीम में एकमात्र बल्लेबाजी स्थान के लिए उनकी चेतेश्वर पुजारा के साथ सीधी टक्कर होगी???
रोहित ने कहा, “मैं किसी और के साथ संघर्ष नहीं कर रहा. बेहतर क्रिकेटर बनने के लिए मेरी लड़ाई स्वयं से है. कप्तान और टीम प्रबंधन जो भी फैसला करेगा मैं उसे मानूंगा.”