दिल्ली में आज बुधवार, 6 दिसम्बर से भारत और श्रीलंका के बीच अंतिम टेस्ट के अंतिम दिन का खेल शुरू हो चुका हैं. अंतिम दिन के खेल में जहाँ मेजबान टीम इंडिया को टेस्ट श्रृंखला जीतने के लिए सिर्फ 7 विकेट की जरूरत हैं, तो मेहमान श्रीलंकाई टीम भी जीत से 379 रन दूर हैं.
अगर आज भारतीय टीम सीरीज जीतने में सफल रहती हैं, तो लगातार 9 टेस्ट सीरीज जीतकर विराट एंड कंपनी एक नायाब इतिहास रच दी गयी.
रोहित ने भरी हुंकार
पांचवें दिन का खेल शुरू होने से पहले टीम इंडिया के मध्यक्रम के बल्लेबाज रोहित शर्मा ने मुरली कार्तिक से बातचीत की, जहाँ उन्होंने अपनी हालियां फॉर्म के बारे में भी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त. रोहित शर्मा के अनुसार-
”मौजूदा समय में मैं अपनी फॉर्म से काफी खुश हूँ, दक्षिण अफ्रीका दौरे पर उड़ान भरने से पहले मेरे लिए रन बनाना और फॉर्म में आना बहुत जरुरी था. मुझे ख़ुशी हैं, कि मैं ऐसा करने में सफल रहा. फॉर्म में वापस आने से मेरा हौसला भी काफी बढ़ा हैं…मैं एक काफी लम्बे समय के बाद टेस्ट क्रिकेट खेल रहा हूँ. मुझे याद हैं, कि आखिरी बार जब मैं टेस्ट क्रिकेट में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था, तब मैंने काफी रन बनाये थे.
पूरे एक साल के बाद टीम में आने और जहाँ से आपने छोड़ा था वही से अपनी फॉर्म को शुरू करना यह बढ़िया रहा. मुझे उम्मीद हैं, कि मैं अपनी शानदार फॉर्म को दक्षिण अफ्रीका में भी जारी रख पाऊंगा… आज का दिन हमारी टीम के लिए बहुत अहम हैं और हम जीत सिर्फ 7 विकेट दूर हैं, आशा करता हूँ कि हम आज जीत दर्ज करने में सफल रहेंगे और घरेलू सीजन का बढ़िया अंत करेगे…”
मैं हमेशा तैयार था
रोहित शर्मा ने आगे अपने बयान में कहा, कि ”मैं खुद को लगातार तैयार कर रहा था. मुझे पता था, कि मेरे को नंबर 6 पर आजमाया जा सकता हैं, क्योंकि टीम पहले कुछ मैच में 6-5 के कॉम्बीनेशन के साथ उतर रही थी. हाल में ही जब हमारी टीम ने श्रीलंका का दौरा किया था, तब भी मैं ऐसा ही समझता था, कि प्लेयिंग XI का हिस्सा हूँ.
चौथे दिन के खेल में रोहित शर्मा और लक्ष्ण संदकन के बीच कुछ मीठी नोंकझोंक देखने को मिली, जब मुरली कार्तिक ने हिटमैन से इस बारे में पूछा, तो रोहित ने अपने बयान में कहा, कि
”हमारे बीच ऐसी ही मजाकिया बातचीत चल रही थी. मैं उनके पास खड़ा हिंदी में बात कर रहा था और हमे बाद में पता चला, कि वह हिंदी समझते हैं. मैंने अपने साथी खिलाड़ियों को इस बारे में बताया और यह भी कहा कि इसके सामने ज्यादा हिंदी में बात ना करे.”