कल मंगलवार, 18 जुलाई को ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज डेनिस लिल्ली का जन्मदिन था. डेनिस लिल्ली का जन्म 18 जुलाई, 1949 को हुआ था और डेनिस लिल्ली वर्ष के हो चुके हैं. डेनिस लिल्ली की गिनती हमेशा से ही दिग्गज और महान तेज गेंदबाजों में होती रही हैं. विश्व क्रिकेट में डेनिस लिल्ली का नाम बहुत ही आदर और बड़े ही गर्व के साथ लिया जाता हैं. उधर युवराज वेस्टइंडीज में लय वापस पाने के लिए कर रहे है संघर्ष और इधर पत्नी हेजल कीच को हो गया इनसे प्यार, खुलेआम किया प्यार का इजहार
बहुत ही शानदार रहा करियर
डेनिस लिल्ली ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 70 टेस्ट मैच खेले और 355 विकेट हासिल किये, जबकि देश के लिए खेलते हुए 63 एकदिवसीय मैचों में डेनिस लिल्ली ने 103 विकेट हासिल किये. प्रथम श्रेणी क्रिकेट में भी डेनिस लिल्ली ने विकटों का अम्बार लगाया. प्रथम श्रेणी क्रिकेट में डेनिस लिल्ली ने 198 मैचों में 882 विकेट हासिल किये.
सचिन ने दी ख़ास बधाई
सचिन तेंदुलकर ने भी डेनिस लिल्ली को जन्मदिन की बधाई देने में कोई कसर नहीं छोड़ी. सचिन तेंदुलकर ने एक बेहद ही ख़ास अंदाज़ में डेनिस लिल्ली को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी. सचिन तेंदुलकर ने एक वीडियो सन्देश के द्वारा डेनिस लिल्ली को जन्मदिन की बधाई देते हुए कहा, कि
”जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई हो डेनिस लिल्ली. मुझे आज भी वो दिन याद हैं, जब मैं पहली बार आपसे मिला था. 1987 की बाट्ठी, जब मैं पहली बार आपसे मिला था और मैं एक तेज गेंदबाज़ बनना चाहता था. मुझे याद हैं, कि मैं मुंबई से चेन्नई एक तेज गेंदबाज़ बनने के लिए गया था. मगर आपने कहा था, कि तुम आगे चलकर एक बड़े बल्लेबाज़ बन सकते हो और गेंदबाज़ी पर नहीं, बल्कि बल्लेबाज़ी पर ध्यान दो.” ऑस्ट्रेलिया के विस्फोटक बल्लेबाज़ ग्लेन मैक्सवेल को अपने राज्य की टीम से नहीं खेलने पर इस दिग्गज ने लगायी उन्हें जमकर फटकार
यहाँ देखे वीडियो:
Happy birthday to one of the best bowlers to have graced the sport, Dennis Lillee! Here's a small incident from our first meeting. pic.twitter.com/GZgEN7Zei8
— Sachin Tendulkar (@sachin_rt) July 18, 2017
रहे एमआरफ के प्रमुख
डेनिस लिल्ली काफी लम्बे समय तक चेन्नई में स्थित MRF पेस फाउंडेशन के प्रमुख भी रहे. डेनिस लिल्ली ने कार्यकाल में कई युवा गेंदबाजों ने बहुत कुछ सिखा. सचिन तेंदुलकर भी कभी एक तेज गेंदबाज़ बनने के लिए ही उनकी अकादमी में गये थे, लेकिन किसी ने सही ही कहा हैं, कि हीरे के असली परख केवल जौहरी को ही होती हैं और डेनिस लिल्ली ने भी सचिन के अन्दर छिपे एक बड़े बल्लेबाज़ के हुनर को पहचान लिया और देश को सचिन जैसा एक बड़ा बल्लेबाज़ मिला.