क्रिकेट के भगवान कहें जाने वाले सचिन तेंदुलकर की ऑटोबायोग्राफी ”प्लेइंग इट माय वे” को साल की सबसे अच्छी क़िताब के अवार्ड से नवाज़ा गया हैं.
क्रिकेट के लीजेंड सचिन तेंदुलकर की यह ऑटोबायोग्राफी उनके पुरे क्रिकेट जीवन पर आधारित हैं. इस किताब में सचिन तेंदुलकर की ज़िंदगी से जुड़ी सभी बातों का जिक्र पुरे विस्तार से किया गया हैं.
सचिन तेंदुलकर की इस प्रसिद्ध ऑटोबायोग्राफी जाने-माने क्रिकेट इतिहासकार और सचिन के अच्छे दोस्त बोरिया मजमुदार ने लिखा हैं. जिसे सचिन ने ”प्लेइंग इट माय वे” का नाम दिया हैं.
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यही नहीं सचिन की इस किताब में उनके द्वारा बनाये गये और तोड़े गये सभी रिकॉर्ड का वर्णन किया गया हैं. किताब के लेख़क बोरिया मजमुदार ने इस ऑटोबायोग्राफी को बनाने बहुत बड़ा और सबसे अहम किरदार निभाया हैं.
”प्लेइंग इट माय वे” को साल की सबसे अच्छी किताब का अवार्ड मिलनें के बाद बोरिया मजमुदार ने ‘इंडिया टुडे’ से बात करते हुए कहा, कि-
”यह वाकई में बहुत बड़ी उपलब्धी हैं. यह अवार्ड हासिल कर हम बहुत ज्यादा ख़ुश हैं. सचिन ने जो भी मेहनत इस किताब को लेकर की हैं. आज उसको पूरी दुनिया के द्वारा सराहा जा रहा हैं.”
बोरिया मजमुदार के अनुसार-
”इस ऑटोबायोग्राफी में हमने सचिन से जुड़ी सभी यादों को संजोया हैं. यही नहीं सचिन से जुड़ी हर एक बात को हमने इस में लिखा हैं. सभी के द्वारा जो प्यार और सपोर्ट हमें मिला रहा हैं, वह हमारे लिए अतुल्य हैं.”
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सचिन की ऑटोबायोग्राफी को सभी क्रिकेट प्रेमी पसंद कर रहे हैं. किताब की शुरुआत से ही यह बताया गया हैं, कि किस तरह एक छोटा सा बच्चा बांद्रा की गलियों से निकलकर क्रिकेट खेला और पूरी दुनिया में अपनी ऐसी अमिट छाप छोड़ गया, जो कभी भी नहीं मिटाई जा सकती.
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आज भी क्रिकेट खेल रहे महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली जैसे बड़ा नाम भी सचिन को अपना रोल मॉडल बताते हैं.