राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर सहवाग ने मेजर ध्यानचंद के लिए कही बड़ी बात, साथ ही लोगों को दिलाई इस महान खिलाड़ी की याद 1

भारत में आज खेल दिवस मनाया जा रहा है. खेल दिवस महान हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद की याद में मनाया जाता हैं. आज के ही दिन हॉकी के जादूगर कहें जाने वाले ध्यानचंद का जन्म हुआ था. ध्यानचंद को याद करते हुए क्रिकेट के महान खिलाड़ी सहवाग ने याद करते हुए कई सारे ट्वीट किये. इस दौरान उन्होंने उनके बारें में कहीं जाने वाली कई सारी बातें का भी शेयर किया.

सहवाग ने एक साथ कई सारे ट्वीट किये 

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राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर सहवाग ने मेजर ध्यानचंद के लिए कही बड़ी बात, साथ ही लोगों को दिलाई इस महान खिलाड़ी की याद 2

हॉकी के जादूगर कहें जाने वाले ध्यानचंद को याद करते हुए सहवाग ने उनकी याद में कई सारे ट्वीट किये. अपने ट्वीट में सहवाग ने ध्यानचंद के बारें में कई जाने वाली बात को शेयर किया. ध्यानचंद को याद करते हुए ट्वीट किये ”हॉकी के सबसे महान खिलाड़ी और भारत के सबसे महान खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद को श्रद्धांजलि.”

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उत्तर प्रदेश में हुआ था जन्म 

राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर सहवाग ने मेजर ध्यानचंद के लिए कही बड़ी बात, साथ ही लोगों को दिलाई इस महान खिलाड़ी की याद 3

मेंजर ध्यानचंद सिंह का जन्म 29 अगस्त 1905 को प्रयाग (अब इलाहाबाद), उत्तर प्रदेश में हुआ था । 1922 में प्राथमिक शिक्षा के बाद सेना के पंजाब रेजिमेंट में बतौर सिपाही भर्ती हो गए थे. उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय हॉकी मैचों में 400 से अधिक गोल किए है। उनकी कप्तानी में भारतीय टीम लगातार 1928, 1932 और 1936 में ओलिंपिक में गोल्ड मैडल जीतने में कामयाब हुई है।

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1927 में ‘लंदन फ़ॉकस्टोन फेस्टिवल’ में उन्होंने अंग्रेज हॉकी टीम के खिलाफ 10 मैचों में 72 में से 36 गोल किए थे। वही 1928 में एम्सटरडैम, नीदरलैंड में समर ओलंपिक में सेंटर फारवर्ड पर खेलते हुए उन्होंने तीन में से दो गोल दागे थे । भारत ने यह मैच 3-0 से जीतकर स्वर्ण पदक हासिल किया.
1932 में लॉस एंजेल्स समर ओलंपिक में ध्यानचंद का जादू देखने को मिला । भारत ने अमेरिकी टीम को 24-1 से हरा कर स्वर्ण पदक जीता । इस साल ध्यानचंद ने 338 में से 133 गोल किये थे.  1948 में 42 वर्षों तक खेलने के बाद ध्यानचंद ने खेल से संन्यास ले लिया ।