सौरव गांगुली और माइकल क्लार्क के अनुसार पुणे टेस्ट में टॉस ने निभाई अहम भूमिका 1

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पुणे टेस्ट खत्म तो हो गया है, लेकिन मैच के परिणाम को लेकर प्रतिक्रियाओ का दौर जारी है। इस मैच में मेहमान ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 333 रनों के बड़े अंतर से हराया।

इसके बाद अब भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली और ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने मिली-जुली प्रतिक्रिया दी है। मैच पर भारत के सबसे सफल कप्तानों में शुमार सौरव गांगुली ने कहा कि, “ऑस्ट्रेलिया के स्पिन गेंदबाज नाथन लायन और स्टीवन ओ’कीफ ने पुणे में खेले गए पहले टेस्ट मैच में भारत की टर्निंग पिच का भरपूर फायदा उठाया और इसी की बदौलत मेहमान कंगारू टीम ने 333 रन की शानदार जीत हासिल की”भारतीय टीम की शर्मनाक हार के बाद भड़के सौरव गांगुली

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दादा ने कहा कि, “ऑस्ट्रेलियाई टीम के भारत के इस दौरे को लेकर सभी दिग्गजों ने अनुमान लगाया था, कि ऑस्ट्रेलिया के स्पिनर्स भारतीय बल्लेबाजो के सामने जूझते नजर आएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया और उल्टा भारत की सपोर्टिंग पिच पर नाथन लायन और ओ’कीफ ने अपने प्रदर्शन से भारत को आने वाले मैचों में डरा दिया है। और अगर ऑस्ट्रेलिया के ये दोनों स्पिन गेंदबाज अपने इसी प्रदर्शन को जारी रखते है, तो ऐसी टर्निंग विकेट पर भारत डरा हुआ रहेगा”।इस दिग्गज खिलाड़ी के सामने कप्तानी करने में माइकल क्लार्क को होती थी परेशानी

सौरव ने साथ ही कहा, कि “ये पहला मौका नहीं हैं जब भारत ने टर्निंग विकेट तैयार की है। इससे पहले भी कई बार हो चुका है जब भारत ने विरोधी स्पिन गेंदबाजो को कमजोर समझकर स्पिन ट्रेक तैयार की। लेकिन कभी-कभार आप खुद उसी में फंस जाते है। और जब भारत ने टॉस हारा तभी मैच भी उनकी पकड़ से निकल चुका था। ऐसे में अगर भारत टॉस जीतने में कामयाब रहता तो इस मैच का नतीजा कुछ और होता”

दादा की तरह ही ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने भी कहा, कि “इस मैच में टॉस की सबसे बड़ी भूमिका रही। ऑस्ट्रेलिया के लिए ये अच्छा हुआ कि उन्होनें ,टॉस जीता। क्योंकि इस टर्निंग पिच पर बाद में बल्लेबाजी करना मुश्किल हो जाता है”।श्रीलंका के विरुद्ध खेलनी वाली ‘प्राइम मिनिस्टर XI’ के कोच नियुक्त किये गए माइकल क्लार्क

क्लार्क ने कहा, कि “ओ’कीफ और लायन ने मददगार पिच का भरपूर फायदा उठाया और ऑस्ट्रेलिया को ऐतिहासिक जीत दिलाई। इस जीत का पूरा श्रेय ओ’कीफ को दिया जाना चाहिए. जिसने इस मुफिद पिच पर शानदार काम करते हुए 12 विकेट अपने नाम किए और ओ’कीफ ने अपने आप को साबित किया”।

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