मैच फिक्सिंग के आरोपों में प्रतिबंधित भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज शांताकुमारन श्रीसंत हमेशा की तरह फिर से एक बार सुर्ख़ियों में आ गये हैं. दरअसल भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने उन पर प्रतिबंध लगाया हुआ है और जिसके आधार पर शांताकुमारन श्रीसंत अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट तो क्या घरेलू स्तर के क्रिकेट में भी हिस्सा नहीं ले सकते.
मगर शांताकुमारन श्रीसंत बहुत जल्द क्रिकेट के मैदान में दिखाई देने वाले हैं. दरअसल श्रीसंत बीसीसीआई के फैसले की अवहेलना करते हुए फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेलते हुए दिखाई देंगे. श्रीसंत केरल में एर्नाकुलम क्रिकेट क्लब की तरफ से दो दिवसीय क्रिकेट मुकाबला खेलते हुए नज़र आयेंगे. यह मुकाबला 19 फरवरी को केरला में खेला जायेंगा. युवराज सिंह की ऐतिहासिक पारी देखने के बाद रील लाइफ के धोनी ने कहा कुछ ऐसा, जिसे देखने के बाद आप अपनी हंसी नहीं रोक पायेंगे
आपकी जानकारी के लिए बता दे, कि पिछले साल श्रीसंत ने बीसीसीआई से यह अनुरोध किया था, कि उनको स्कॉटलैंड में क्रिकेट खेलने की इज्जत दे दी जाए, लेकिन बीसीसीआई ने उनकी इस मांग को नकार दिया था.
शांताकुमारन श्रीसंत ने टाइम्स ऑफ़ इंडिया को दिए अपने एक इंटरव्यू में कहा, कि
”मैं आपकों बता दूँ, कि मेरा पास बीसीसीआई का कोई ऐसा लैटर नहीं हैं, जिसमें यह लिखा हो, कि मेरे ऊपर आजीवन प्रतिबंध लगाया गया हैं. मगर फिर भी अंपायरों द्वारा मुझे क्रिकेट खेलने से क्यों रोका जाता हैं. बीसीसीआई ने ना मुझे कोई इमेल किया, ना ही कोई कुरियर, जिसमें यह लिखा हो, कि मेरे ऊपर आजीवन प्रतिबंध लगा हुआ हैं.” ट्वीटर पर आकाश चोपड़ा और श्रीसंत के बीच छीड़ा घमासान और चोपड़ा ने कर दिया देश को बदनाम
श्रीसंत में आगे कहा, कि
”जब मैं तिहाड़ जेल में था, तब मुहे सस्पेंसन लैटर मिला था और वह सस्पेंसन मात्र 90 दिनों तक का ही था. बीसीसीआई ने मीडिया को भी ऐसा कोई बयान नहीं दिया और ना ही ये कहा, कि उन्होंने मेरे ऊपर आजीवन प्रतिबंध लगाया हो. यह वाकई में गलत हैं, कि मैं क्रिकेट नहीं खेल सकता.”
अंत में श्रीसंत ने कहा, कि
”मेरा साथ इस तरह से बर्ताव किया जाता हैं, जैसे कि आतंकवादियों के साथ करते हैं. जिन लोगों के ऊपर प्रतिबंध लगा था, वो सभी फिर से एक बार क्रिकेट में वापस आ चुके हैं. फिर मैं क्यों नहीं. मैं क्रिकेट में वापसी करना चाहता हूँ और इस खेल का मान करता हूँ.”