भारत और श्रीलंका के बीच इन दिनों श्रीलंकाई सरजमीं पर तीन मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जा रही है। इस टेस्ट सीरीज में श्रीलंकाई टीम की हालात बेहद ही खराब नजर आ रही है। एक तरफ श्रीलंकाई टीम के खिलाड़ी मैदान में अपना जौहर नहीं दिखा पा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ लंका के खिलाड़ी लगातार चोटिल हो रहे हैं, इससे तो श्रीलंकाई टीम को दोहरा झटका लग रहा है। इसी तरह से इस टेस्ट सीरीज में श्रीलंका के तेज गेंदबाज धम्मिका प्रसाद चोट के कारण नहीं खेल पा रहे हैं।
चोटिल धम्मिका प्रसाद नहीं है इस टेस्ट सीरीज में शामिल
श्रीलंका के तेज गेंदबाज धम्मिका प्रसाद पिछले साल अक्टूबर में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने कंधे की चोट के कारण बाहर हैं। धम्मिका प्रसाद को ऐसे में भारत के श्रीलंकाई दौरे के लिए श्रीलंका की टीम में शामिल नहीं किया गया। वहीं धम्मिका प्रसाद का मानना है कि उन्हें विराट कोहली के खिलाफ गेंदबाजी नहीं करने को लेकर बहुत दु:ख है। धम्मिका का मानना है कि वो कोहली के खिलाफ गेंदबाजी नहीं करने को बहुत ही मिस कर रहे हैं।कोहली नहीं बल्कि इस भारतीय खिलाड़ी के फैन हुए श्रीलंकाई कोच, कहा वो दुनिया का सबसे बेहतरीन खिलाड़ी है
कोहली जैसे बल्लेबाज को गेंदबाजी करना पसंद
धम्मिका प्रसाद ने इसको लेकर कहा कि “मैं हमेशा ही अच्छे बल्लेबाजों के खिलाफ चुनौती पसंद करता हूं। कोहली दुनिया के सबसे अच्छे बल्लेबाजों में से एक हैं। उन्होनें पहले ही अपने आप को साबित कर दिया है। ये वास्तव में रोमांचक होता है कि आप कोहली जैसे बल्लेबाज को किस तरह की गेंद करते हैं। आपको अपनी लाइन और लैंथ को लगातार बनाए रखना होता है।”
महान बल्लेबाजों के खिलाफ गेंदबाजी से होता है आपके स्तर में सुधार
इसके साथ ही धम्मिका प्रसाद ने भारतीय बल्लेबाजों की तारीफ करते हुए आगे कहा कि “अगर आप झगड़ा करते हो तो आपको सजा जरूर मिलती है, लेकिन जब मैं अच्छे बल्लेबाजों को कठीन गेंदबाजी करता हूं तो मुझे बहुत मजा आता है। ये आपके खेल में भी सुधार करता है। क्योंकि जब आप महानतम के खिलाफ खेल रहे होते हैं तो ये आपके स्तर को बढ़ाता है। “खुला राज, आयोजको के ना चाहते हुए भी इस वजह से श्रीलंका को घरेलु सीरीज खेलने के लिए अक्टुबर में बुला रहा है बीसीसीआई
सहवाग रहे हैं पहला विकेट
इसके साथ ही धम्मिका प्रसाद ने अपने पहले टेस्ट मैच को लेकर कहा कि मेरा पहला मैच दुनिया की सबसे अच्छी बल्लेबाजी क्रम के खिलाफ थी। मैं बता नहीं सकता मैं कैसा महसूस कर रहा था। मैंने अपने जीवन में सहवाग जैसे खतरनाक बल्लेबाज को नहीं देखा था और वो उससे पहले के मैच में दोहरा शतक बना चुका था मैंने उन्हें आक्रमकता से गेंदबाजी की, क्योकिं वो हमेशा ही गेंदबाजों पर डोमिनेट करने की कोशिश करते हैं। मेरा सिद्धांत सरल है कि अगर कोई आप पर हावी होने की कोशिश कर रहा है, तो उसे नहीं होने देना चाहिए। कोशिश करे कि उसी पर हावी हो जाए। तो मैंने इस मैच में वहीं किया और सहवाग मेरा पहला विकेट थे।