भारत और श्रीलंका के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला टेस्ट मैच कोलकाता के ईडन गार्डन में खेला जा रहा है। कोलकाता टेस्ट मैच बारिश के बीच खेला जा रहा है जहां पर कोलकाता की नमी और घास भरी पिच का कमाल नजर आ रहा है। बारिश के कारण हुई नमी और ग्रीनटॉप पिच पर श्रीलंका के कप्तान दिनेश चांडिमल ने टॉस का बॉस बनने के साथ ही गेंदबाजी का फैसला किया।
भारत के बल्लेबाजों पर सुरंगा लकमल का कहर
श्रीलंका के तेज गेंदबाज सुरंगा लकमल ने अपने कप्तान का फैसला सही साबित करते हुए भारतीय टीम की विश्व स्तरीय बल्लेबाजी क्रम को झकझोर कर रख दिया। साल 2010 के बाद भारत के खिलाफ उतरे सुरंगा लकमल ने कोलकाता की पिच पर कमाल की गेंदबाजी की। सुरंगा लकमल ने पहले ही दिन एक के बाद एक भारतीय टीम को तीन झटके देकर जबरदस्त प्रभाव डाला।
सुरंगा लकमल ने भारत के विश्व स्तरीय बल्लेबाजों को निपटाया
सुरंगा लकमल ने पहली ही गेंद पर लोकेश राहुल को चलता किया। इसके बाद तो सुरंगा लकमल भारतीय टीम पर चढ़ बैठे और देखते ही देखते शिखर धवन और कप्तान विराट कोहली के विकेट भी अपने नाम किए। सुरंगा लकमल को दूसरे दिन बारिश से प्रभावित खेल में तो कोई विकेट नहीं मिला, लेकिन दूसरे दिन के बाद सुरंगा लकमल ने भारत जैसी मजबूत टीम के खिलाफ पारी में पांच विकेट बहुत बड़ी बात मानी। हालांकि भारतीय पारी में लमकल चार विकेट ले सके और पांचवा विकेट पूरा नहीं कर सके।
वीडियो ऑफ द डे
कोहली का विकेट रहा सबसे संतोषजनक
लेकिन दूसरे दिन के बाद इंटरव्यू में अपनी गेंदबाजी को लेकर कहा कि
“मैं पिछले आठ सालों से टेस्ट क्रिकेट खेल रहा हूं लेकिन ये पहली बार है जब मैं इस दौरान भारत के खिलाफ खेल रहा हूं। मैंने विश्व क्रिकेट के इतने बड़े नामों को आउट किया। लेकिन कोहली का विकेट बहुत संतोषजनक रहा। क्योंकि मैंने उनके खिलाफ जो योजना बनायी थी वो सही साबित हुई। मैंने उसी के अनुरूप काम किया और उनको शून्य पर निपटाया।”
वीडियो देखकर भारत के बल्लेबाजों के खिलाफ बनायी योजना
इसके साथ ही सुरंगा लकमल ने भारतीय बल्लेबाजों के खिलाफ शानदार कामयाबी को लेकर कहा कि
“इस सीरीज को ध्यान में रखते हुए मैंने बहुत सारे वीडियो देखे और इसी को देखने के बाद सभी भारतीय बल्लेबाजों के लिए योजना बनायी। मैं हमारी टीम में तेज गेंदबाजों का अगुआ हूं। तो ऐसे में मुझे टीम की गेंदबाजी ब्रिगेड को लीड करने का उदाहरण पेश करने की जरूरत थी। मैं हमारे दूसरे चार तेज गेंदबाजों को बहुत कुछ बताता हूं और अगर मैं ऐसा उदाहरण नहीं देता तो उनका विश्वास कम हो जाता। तो मैंने कड़ी मेहनत की।”