चैंपियंस की जंग यानि आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के शुरू होने में अब कुछ ही दिन बचे हुए हैं। आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट की मेजबानी में 1 जून से शुरू हो रही हैं। ये वो देश है जहां से दुनिया के सबसे चहेते खेलों में से एक क्रिकेट का जन्म हुआ। क्रिकेट को जन्म देने वाला इंग्लैंड अपने इतिहास में कभी भी चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब नहीं जीत सका है। लेकिन इस बार इंग्लैंड टीम बिल्कुल अलग ही अंदाज में विश्व की सर्वश्रेष्ठ टीमों से लोहा लेने के लिए उतर रही हैं।
इंग्लैंड की टीम को भले ही आईसीसी के बड़े टूर्नामेंट में ट्रॉफी पर कब्जा करने का अनुभव ना हो लेकिन इस बार उन्हीं की सरजमीं पर इंग्लैंड के इस बदले अंदाज के कारण उनको चैंपियंस ट्रॉफी का प्रबल दावेदार साबित करती हैं, वहीं इंग्लैंड में कई खामियां भी हैं जिससे एक बार फिर से वो हाथ मलते ही रह सकते हैं। चैंपियंस ट्रॉफी के पहले ही हमारी इस खास रिपोर्ट में जानिए आखिर इंग्लैंड कैसे कर सकती है पहली बार खिताब पर कब्जा या कौनसी चीजें एक बार फिर बन सकती हैं उनकी राह का रोड़ा…
इंग्लिश टीम पर डालते हैं एक नजर
इंग्लैंड टीम के कप्तान ऑएन मोर्गन और कोच ट्रेवर बेलिस की जुगलबंदी से इंंग्लैंड टीम ने ऑस्ट्रेलिया में हुए विश्व कप-2015 में शर्मनाक तरीके से बाहर होने के बाद तो मानों अपने खेलने का अंदाज ही बदल डाला है। इस विश्वकप के बाद विश्व क्रिकेट में सबसे खतरनाक खेलने वाली टीम इंग्लैंड ही है। मैदान में इनके लड़ने का जज्बा देखते ही बनता है। इंग्लैंड की टीम की सबसे बड़ी खास बात ये है कि इस टीम में एक से एक शानदार ऑलराउंडर खिलाड़ी हैं। बल्लेबाजी में इंग्लैंड के नए टेस्ट कप्तान जो रूट एक ऐसे बल्लेबाज के रूप में है जो एक सिरा बड़ी ही मजबूती के साथ थामे रखते हैं। वहीं एलेक्स हेल्स जैसन रॉय और कप्तान ओएन मोर्गन जैसे बल्लेबाज हैं। ऑलराउंडर बेन स्टोक्स इस टीम की सबसे मजबूत कड़ी है जो मैदान में हर विभाग में बीस पड़ते नजर आ सकते हैं। युवा बल्लेबाजों की ये फौज इस टीम को दूसरी टीमों से बिल्कुल अलग बनाती है।सभी मान रहे है इंग्लैंड को चैंपियंस ट्राफी का दावेदार, लेकिन खुद इंग्लैंड इन्हें मानता है विजेता
मोर्गन के लड़ाके इन मजबूती के दम पर कर सकते हैं पहली बार खिताब पर कब्जा
क्रिकेट जैसे मशहूर खेल की शुरूआत करने वाली टीम इंग्लैंड भले ही एक भी बार अपनी चैंपियंस ट्रॉफी का ताज अपने सर पर नहीं सजा पायी हैं लेकिन इस बार टीम को सबसे तगड़ा दावेदार माना जा रहा है। इसका सबसे बडा कारण हैं कि इंग्लैंड ने पिछले दो सालों से अपने खेलने का अंदाज बिल्कुल बदल दिया है। इंग्लैंड की टीम अपने युवा खिलाड़ियों के साथ मैदान में एक जुदा मानसिकता के साथ उतर रही है। इंग्लैंड की टीम में जैसन रॉय और एलेक्स हेल्स जैसे विस्फोटक सलामी बल्लेबाज हैं वहीं मिडिल ऑर्डर को मजबूती देने के लिए विश्व क्रिकेट के सबसे प्रतिभाशाली बल्लेबाजों में शुमार जो रूट हैं जो टीम को किसी भी परिस्थिति में से निकालने का माद्दा रखते हैं।
साथ ही कप्तान ओएन मोर्गन, जोस बटलर और खतरनाक ऑलराउंडर खिलाड़ी बेन स्टोक्स हैं जो किसी भी गेंदबाजी आक्रमण को तहस-नहस कर सकते हैं। साथ ही पुछल्ले बल्लेबाजों में भी विश्वास के लायक बल्लेबाज मोइन अली क्रिस वोक्स जैसे खिलाड़ी हैं जो संकट के समय अपनी बल्लेबाजी में भी योगदान देने से पीछे नहीं हटते। गेंदबाजी की बात करे तो स्पिन विभाग की जिम्मेदारी मोइन अली और आदिल राशिद के कंधो पर हैं वहीं तेज गेंदबाजी में लियाम प्लंकेट, क्रिस वोक्स, डेविड विली और बेन स्टोक्स जैसे गेंदबाज हैं जिनकी इन पिचों पर उछाल के साथ-साथ तेजी विरोधी टीम के नाक में दम कर सकती है। ऐसे में इंग्लैंड की टीम को इस बार सबसे संतुलित टीम कहा जाए तो बेमानी नहीं होगी और ये टीम इन खिलाड़ियों के सहारे विश्व कप तो ना सही लेकिन मिनि विश्वकप तो जीत ही सकती है।
इन कुछ खामियों से इंग्लिश टीम का बेड़ा हो सकता है गर्क
इंग्लैंड की टीम इस चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीतने सबसे तगड़ी दावेदार टीम मानी जा रही है। इंग्लैंड फिलहाल तो सबसे संतुलित टीम नजर आ रही है। लेकिन इस टीम में कुछ ऐसी कमजोरियां भी हैं जो इनसे एक बार फिर खिताब से दूर रखने के लिए काफी है मतलब साफ है इंग्लैंड की टीम इन कमियों से चैंपियंस ट्रॉफी का सूखा एक बार फिर खत्म नहीं कर पाएगी। इसका सबसे बड़ा कारण है इस टीम के बड़े मौके पर बिखर जाना हैं। इंग्लैंड की टीम वैसे तो शानदार प्रदर्शन करती है लेकिन बड़े टूर्नामेंट आने पर इनके खिलाड़ियों का प्रदर्शन कहीं ना कहीं बिखर जाता है जिससे इंग्लैंड की टीम खिताब से चूक जाती है।चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए इंग्लैंड गयी कोहली की कप्तानी वाली टीम को मात दे सकती है गंभीर की कप्तानी वाली यह भारतीय टीम
इसके अलावा इस टीम की सबसे बड़ी कमजोर कड़ी खिलाड़ियों में धेर्य की कमी है। इंग्लैंड में कप्तान ओएन मोर्गन और जो रूट के अलावा सभी बल्लेबाज आक्रम बल्लेबाजी में विश्वास रखते हैं। ऐसे में मुश्किल परिस्थितियों में ये खिलाड़ी दबाव को झेल नहीं पाते हैं जिससे इंग्लैंड की टीम को बड़ा नुकसान हो सकता है। वहीं गेंदबाजी में तेज गेंदबाजी तो ठीक हैं लेकिन स्पिन विभाग में आदिल राशिद और मोइन अली की गेंदबाजी की कड़ी परीक्षा होनी है। इन दोनों स्पिनरों को इतना ज्यादा अनुभव नहीं है। इन कुछ कमियों से इंग्लैंड की टीम एक बार फिर चुक सकती है।
इन खिलाड़ियों के दम पर इंग्लैंड भरेगी अपना दम
जो रूट( बल्लेबाज)
विश्व क्रिकेट में फिलहाल सबसे भरोसेमंद खिलाड़ियों में शुमार जो रूट ने जब से इटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखा है तब से वो लगातार निखर कर सामने आ रहे हैं। जो रूट धीरे-धीरे इंग्लैंड की टीम के हर फॉर्मेट के लिए रीढ़ की हड्डी बन गए हैं। चैंपियंस ट्रॉफी में इंग्लैंड को पहली बार खिताब जीताने की सबसे बड़ी जिम्मेदारी जो रूट के कंधों पर ही होगी।
बेन स्टोक्स(ऑलराउंडर)
अगर वर्तमान क्रिकेट पर नजर डाले तो इंग्लैंड के स्टार ऑलराउंडर बेन स्टोक्स दुनिया के सबसे बेहतरीन ऑलराउंडर खिलाड़ी हैं। बेन स्टोक्स अपने प्रदर्शन से लगातार इंग्लैंड के महान ऑलराउंड खिलाड़ी रह चुके इयान बॉथम और एंड्रयु फ्लिंटॉफ की याद दिलाते हैं। बेन स्टोक्स इंग्लैंड के ही नहीं इस चैपियंस ट्रॉफी के सबसे खतरनाकर खिलाड़ी माने जा सकते हैं, जो अपने बल्ले और गेंद दोनों से कमाल दिखाने का माद्दा रखते हैं ऐसे में इंग्लैंड को पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी के खिताब का स्वाद चखाने की बड़ी उम्मीद बेन स्टोक्स से लगी हुई है।इंग्लैंड के खिलाफ मिली हार के बाद बल्लेबाजों पर फूटा हाशिम अमला का गुस्सा लगाई कड़ी फटकार
ओएन मोर्गन( बल्लेबाज)
इंग्लैंड के कप्तान ओएन मोर्गन सीमित ओवर की क्रिकेट में अपनी बल्लेबाजी से कभी भी गियर बदलने की काबिलियत रखते हैं। ओएन मोर्गन वनडे क्रिकेट में बड़ी सुूझ-बूझ से अपनी पारी को बनाना बखूबी जानते हैं। इस चैंपियंस ट्रॉफी में इंग्लैंड को अपने कप्तान ओएन मोर्गन से अच्छी कप्तानी के साथ-साथ विश्वास भरी बल्लेबाजी की बड़ी अपेक्षाएं हैं। मोर्गन का बल्ले चल निकला तो इंग्लैंड चैंपियंस ट्रॉफी में चल पड़ेगी।
क्रिस वोक्स(गेंदबाज)
अपनी गेंदों की लाइन लैंथ और जबरदस्त उछाल के कारण क्रिस वोक्स इंग्लैंड के लिए पिछले दो सालों से स्ट्राइक गेंदबाज की भूमिका अदा कर रहे हैं। क्रिस वोक्स अपनी गेंदों में तेजी से बड़े-बड़े बल्लेबाजों को परेशान कर चूके हैं। ऐसे में क्रिस वोक्स पर चैंपियंस ट्रॉफी में इंग्लैंड को कामयाबी दिलाने के लिए शुरूआती ओवरो में विरोधी टीम के विकेट झटकने की बड़ी जिम्मेदारी हैं। क्रिस वोक्स का ये प्रदर्शन इंग्लैंड को पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी दिला सकता है।इंग्लैंड के इस दिग्गज खिलाड़ी की फिटनेस पर लग रही थी अटकलें, लेकिन यही खिलाड़ी चैम्पियंस ट्रॉफी में करेगा सर्वश्रेष्ठ
मोइन अली(ऑलराउंडर)
मोइन अली पिछले कुछ सालों से इंग्लैंड के लिए हर फॉर्मेट में स्पिन विभाग की भूमिका निभा रहे हैं साथ ही मोइन अली बल्लेबाजी में बी बेहद पारंगत नजर आते हैं। इंग्लैंड की टीम को मोइन अली ने पिछले कुछ सालों में अपने हरफनमौला प्रदर्शन से कई मैचों में सफलता दिलाई हैॆ. ऐसे में इस चैंपियंस ट्रॉफी में बी मोइन अली को अपने ऑलराउंडर प्रदर्शन से अहम योगदान देना होगा जिसके इंग्लैंड अपने ही देश में खिताब तक पहुंच सके।
चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास में इंग्लैंड का अब तक का सफर
साल प्रदर्शन
1998 ग्रुप स्टेज
2000 ग्रुप स्टेज
2002 ग्रुप स्टेज
2004 रनर अप
2006 ग्रुप स्टेज
2009 सेमी फाइनल
2013 रनर अप
इंग्लैंड की पहले मैच में ये हो सकती है अंतिम एकादश टीम
ओएन मोर्गन(कप्तान), जो रूट(उप कप्तान), एलेक्स हेल्स, जैसन रॉय, बेन स्टोक्स, जोस बटलर, मोइन अली, क्रिस वोक्स, डेविड विली, लियाम प्लंकेट और मार्क वुड,
चैंपियंस ट्रॉफी के लिए ये है इंग्लैंड की संभावित टीम
ओएन मोर्गन(कप्तान), जो रूट(उप कप्तान), एलेक्स हेल्स, जैसन रॉय, बेन स्टोक्स, जोस बटलर, मोइन अली, क्रिस वोक्स, डेविड विली, लियाम प्लंकेट मार्क वुड, जॉनी बेयरस्टो, सैम बिलिंग्स, आदिश राशिद, जैक बॉल