जिम्बाब्वे और अफगानिस्तान के बीच 5 वनडे मैचों की सीरीज का आखिरी मुकाबला जो कि अफगानिस्तान ने जिम्बाब्वे को 146 रनों के बड़े अंतर से हरा दिया है और साथ ही सीरीज भी 4-1 से जीत ली है। इस प्रकार जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम की क्रिकेट मैदान पर ही नहीं बल्कि इनके क्रिकेट बोर्ड (जिम्बाब्वे क्रिकेट यूनियन) की हालत भी कुछ ऐसी ही है, क्योंकि जिम्बाब्वे क्रिकेट यूनियन इन दिनों आर्थिक स्थिति से जूझ रहा है।
आपको बता दें कि जिम्बाब्वे क्रिकेट यूनियन की यह समस्या आज से ही नहीं काफी समय से है और इसके चलते कई खिलाड़ियों क्रिकेट से संन्यास भी लेना पड़ा है। इसके अलावा अब इसी वर्ष टीम को पाकिस्तान के भी क्रिकेट खेलना है, जिसमें पाकिस्तान की टीम जिम्बाब्वे का दौरा करेगी। लेकिन जिस प्रकार से इनकी आर्थिक हालत खराब इस कारण खबरें मिली है कि जिम्बाब्वे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) से लोन लेने वाली है।
इस दौरे के मामले में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के मुख्य अध्यक्ष नजम सेठी ने कहा है ऐसा नहीं है कि दौरा रद्द हो गया है, यह दौरा रद्द नहीं किया है। जिम्बाब्वे क्रिकेट यूनियन इस समस्या से लड़ रही है और इसका निवारण ढूंढ रही है और हमें उम्मीद यही है कि जल्द ही इसका तोड़ भी मिल जाये तभी हम इस दौरे का कोई अंतिम निष्कर्ष निकाल पायेंगे। इसके बाद इन्होंने यही कहा है कि हमें यही आशा है कि जिम्बाब्वे क्रिकेट यूनियन की इन समस्याओं को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद समझेगी और मदद करने को तैयार हो जाएगी।
इसके अलावा नजम सेठी ने यह भी कहा है कि अगर जिम्बाब्वे क्रिकेट की मदद अगर आईसीसी नहीं कर पाया तो पाकिस्तान क्रिकेट कुछ और सोचेगी। साथ ही यह भी कहा कि पाकिस्तान इस सीरीज को अपनी सरजमीं पर नहीं करवाएगा क्योंकि इससे उनके लिए कोई फायदा नहीं होने वाला है।