अंडर-19 क्रिकेट विश्वकप एक ऐसा मंच होता है जहां पर एक क्रिकेटर के लिए अपने सपनों की उड़ान करने का पहला मौका मिलता है। एक क्रिकेटर के लिए अँडर-19 विश्वकप के बड़े मायने हैं। यहीं से एक खिलाड़ी अपने देश की राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व करने का सपना देख सकता है। इसमें कई खिलाड़ी तो कामयाब रहते हैं लेकिन कई खिलाड़ी अपनी जबरदस्त प्रतिभा के बाद भी इससे चूक जाते हैं और गायब हो जाते हैं।
भारत के लिए अंडर-19 विश्वकप खेले सौरभ नेत्रावलकर को भारतीय टीम में नहीं बना सके जगह
वैसे तो इस तरह के कई उदाहरण भारतीय क्रिकेट में देखने को मिले हैं। उसी तरह से साल 2010 में हुए अंडर-19 क्रिकेट विश्वकप में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करने वाले एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी के साथ हुआ है। ये खिलाड़ी मौजूदा समय में भारतीय सीनियर टीम के स्टार बल्लेबाज लोकेश राहुल और आईपीएल के राईजिंग स्टार तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट के साथ खेले हैं। इतना ही नहीं इस खिलाड़ी ने भारतीय अंडर-19 टीम की ओर से 2010 के विश्वकप के दौरान सबसे ज्यादा 9 विकेट भी अपने नाम किए थे।
केएल राहुल और उनादकट के साथ खेल चुके हैं अंडर-19 विश्वकप
ये खिलाड़ी हैं मुंबई के रहने वाले तेज गेंदबाज सौरभ नेत्रावलकर….. सौरभ नेत्राावलकर ने न्यूजीलैंड में खेले गए साल 2010 में अंडर-19 विश्वकप में भारतीय टीम का हिस्सा थे। इस टीम में जयदेव उनादकट और लोकेश राहुल जैसे खिलाड़ी भी खेले लेकिन लोकेश राहुल और जयदेव उनादकट आज भारतीय टीम में स्थान बना चुके हैं लेकिन वहीं सौरभ नेत्रावलकर उस अंडर-19 विश्वकप के बाद गायब से हो गए।
भारत में मौका नहीं मिलने पर पढ़ाई करने अमेरिका जा पहुंचे सौरभ
सौरभ नेत्रावलकर को इसके बाद आगे मौका हासिल करने में ज्यादा कामयाबी नहीं मिल सकी। सौरभ मुंबई के लिए केवल एक प्रथम श्रेणी मैच और 16 लिस्ट ए क्रिकेट मैच ही खेल सके जिसके बाद गुमनाम से हो गए। क्रिकेट में करियर को खत्म होता देख घरवालों ने 2015 में न्यूयॉर्क के कोर्नेल यूनिवर्सिटी पढ़ाई पर ध्यान लगाने के लिए भेज दिया। सौरभ ने वहां पर अपने दोस्त के कहने पर लोकल क्लब क्रिकेट में हिस्सा लिया। सौरभ के क्रिकेट प्रेम ने उन्हें बार-बार क्रिकेट के मैदान में ले जाने के लिए प्रेरित किया।
अमेरिका में सौरभ ने पढ़ाई… जॉब… के बाद शुरू किया इंटरनेशनल करियर
एक साल के बाद सौरभ ने न्यूयॉर्क में अपनी पढ़ाई को खत्म किया और उन्हें वहीं पर सैन फ्रांसिस्को के ऑरेकल में जॉब मिल गई। अब सौरभ नेत्रावलकर जॉब करने के साथ ही क्रिकेट भी खेलने लगे। क्रिकेट में अपनी दिखायी प्रतिभा के दम पर सौरभ को अमेरिकन नेशनल चैंपियंसशिप में नॉर्थ-वेस्ट रीजन की ओर से खेलने का मौका मिला। आखिर सौरभ नेत्रावलकर के लिए जो सपना भारत में रहकर पूरा नहीं हो सका वो अमेरिका में पूरा हुआ और उन्होंने अमेरिका के लिए 31 जनवरी 2018 को अपना पहला इंटरनेशनल मैच खेला।