श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट में भारतीय टीम की बल्लेबाजी ताश के पत्तों की तरह बिखर गयी. कुल 59.3 ओवर बल्लेबाजी की. जिसमे वह केवल 172 रन बनाकर आउट हो गयी. भारतीय टीम को पहला झटका मैच की पहली ही गेंद पर लगा, इसके बाद यह सिलसिला आगे तक जारी रहा, भारतीय टीम नियमित अंतराल में विकेट गंवाती गयी. टीम का आखिरी विकेट मोहम्मद शमी के रूप में गिरा.
बल्लेबाजों के इस लचर प्रदर्शन ने टीम के नाम श्रीलंका के खिलाफ एक शर्मनाक रिकॉर्ड जोड़ दिया.
इस तरह का रहा भारतीय बल्लेबाजी का हाल-
वर्षा से बाधित इस मैच में भारतीय टीम ने टॉस गंवाकर पहले बल्लेबाजी के लिए उतरना पड़ा. भारतीय टीम को पहला झटका केएल राहुल के रूप में लगा वह मैच की पहली ही गेंद पर लकमल का शिकार हुए. राहुल (00) लकमल की गेंद पर डिकवेला को कैच देकर पवेलियन लौट गए.
08 रन बनकर खेल रहे शिखर धवन को बोल्ड कर लकमल ने भारत को दूसरा झटका दे दिया. इसके बाद बारिश की वजह से मैच रोकना दिया गया और फिर जब दोबारा शुरू हुआ तो लकमल ने कप्तान कोहली (00) को एलबीडब्ल्यू आउट कर टीम इंडिया को तीसरा झटका दे दिया. इस तरह भारतीय टीम ने पहले दिन 17 रन बनाकर अपने तीन विकेट गवां दिए.
दूसरे दिन भारतीय टीम ने 21 ओवर खेले इस दौरान भारत ने दूसरे दिन के पहले सेशन में अपने दो विकेट गंवाए. ये दोनों विकेट शनाका ने अपने नाम किए. उन्होंने पहले अजिंक्य रहाणे (4) और फिर रविचंद्रन अश्विन (4) को अपना शिकार बनाया. भारतीय टीम ने दूसरे दिन का स्कोर 74/5 था.
तीसरे दिन भारतीय टीम को छठा झटका चेतेश्वर पुजारा के रूप में लगा जिन्होंने सर्वाधिक 55 रन बनाए. सातवां झटका जड़ेजा (22) के रूप में लगा, आठवाँ झटका साहा (29) के रूप में लगा जबकि नौवां झटका भुवनेश्वर (13) और 10 शमी (24) के रूप में लगा. इस तरह भारतीय टीम 174 रन बनाकर आलआउट हो गयी.
श्रीलंका के खिलाफ अब तक का सबसे चौथा कम स्कोर-
भारतीय टीम का श्रीलंका के खिलाफ पहली पारी में यह अब तक का चौथा कम स्कोर है. इससे पहले टीम ने गाले में 2015 में 112 रन बनाए थे, वहीँ 2008 में कोलम्बो में खलते हुए 138 रन पर टीम ने अपने सभी विकेट गंवाए थे. जबकि 2005 में चेन्नई में खेलते हुए 167 रन पर भारतीय टीम आल आउट हो गयी थी. इसके बाद कोलकाता के ईडन गार्डन में 2017 में 172 रन का स्कोर चौथा सबसे कम स्कोर है.