पिछले कुछ वर्षो से देखा गया है, कि भारतीय कप्तान एमएस धोनी ने रोहित शर्मा सहित सुरेश रैना और रविन्द्र जडेजा जैसे बड़े प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को कई मौको दिए हैं, इन मौको को सभी खिलाड़ियों ने अच्छे से प्रयोग किया. मौजूदा टेस्ट कप्तान विराट कोहली भी एमएस धोनी की राह पर चलते हुए नज़र आ रहे हैं.
सेंट लुसिया टेस्ट जीतने के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने प्रेजेंटेशन समारोह में कहा, कि वह रोहित शर्मा को नंबर 5 पर रखने के लिए वह खुद नंबर 3 पर बल्लेबाजी करने के लिए तैयार हैं. रोहित शर्मा को टीम में जगह देने के बाद अजिंक्य रहाणे के बल्लेबाजी क्रम में बदलाव आया हैं. लेकिन प्रतिभाशाली रोहित शर्मा के लिए कप्तान कोहली सब कुछ करने को तैयार हैं.
यह भी पढ़े: …..जब सचिन को एकटक देखते रह गए थे धोनी
सेंट लुसिया टेस्ट के दौरान देखा गया कि कप्तान कोहली ने सबको मायूस करते हुए रोहित शर्मा को टीम में शामिल किया, रोहित शर्मा उन खिलाड़ियों में शामिल है, जो एकदिवसीय, टी-ट्वेंटी में शानदार प्रदर्शन करने के बाद क्रिकेट के बड़े फॉर्मेट में अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहे हैं.
प्रतिभाशाली सलामी बेल्ल्बाज़ रोहित शर्मा के कारण वर्ष 2012 में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी कों सचिन जैसे बड़े खिलाड़ियों को टीम से बाहर रखना पड़ा था. यहाँ तक कि प्रतिभाशाली युवा मनोज तिवारी को भी रोहित शर्मा के कारण टीम से बाहर का रास्ता देखना पड़ा. और टेस्ट क्रिकेट में विराट कोहली ने धोनी की राह पर चलते हुए चेतेश्वर पुजारा को सेंट लूसिया टेस्ट से बाहर किया और रोहित शर्मा की शामिल किया. हालाँकि टेस्ट क्रिकेट में कप्तान बदले लेकिन रोहित शर्मा कि ख़राब फॉर्म ख़त्म होने का नाम नहीं ले रही हैं.
पिछले 6 वर्षो से रोहित शर्मा ने एकदिवसीय टीम में अपने आप को एक मजबूत स्थायी खिलाड़ी के रूप में स्थापित किया हैं. रोहित शर्मा ने अपने एकदिवसीय क्रिकेट करियर के शुरुआत की लेकिन वर्ष 2013 में इंग्लैंड में आयोजित चैंपियन ट्राफी के दौरान रोहित शर्मा के अपने आप को एक सलामी बल्लेबाज़ के रूप में स्थापित किया और अब एकदिवसीय क्रिकेट में रोहित टीम के सबसे महत्वपूर्ण सदस्य बन चुके हैं.
यह भी पढ़े: रियो ओलम्पिक की 15 सबसे हॉट महिला एथलीट जिन्होंने दिलो में लगा दी है आग
पिछले 3 वर्षो से एकदिवसीय क्रिकेट में रोहित शर्मा ने शानदार प्रदर्शन किया लेकिन इस दौरान रोहित का टेस्ट करियर बेहद निराशाजनक रहा हैं.
रोहित शर्मा की प्रतिभा कप्तान को उन्हें टीम में शामिल करने करने पर मजबूर करती हैं.
अजिंक्य रहाणे ने रोहित के 4 वर्ष बाद अन्तराष्ट्रीय में पदार्पण किया और आज वह भारत की टीम में एक स्थायी सदस्य हैं.
रोहित का रवैया और तकनीक प्रमुख समस्या रही हैं, उनके लेज़ी और बेकार शॉट एकदिवसीय और टी-ट्वेंटी क्रिकेट में बर्दाश्त किये जा सकते है, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में जहाँ फील्डर काफी करीब होते है और रोहित की एक छोटी सी गलती भी उनके लिए नाकामी बनकर सामने आती हैं. टेस्ट सीरीज जीती भारतीय टीम लेकिन इस बीच प्रसंशको के लिए आई एक बुरी खबर
रोहित शर्मा को टेस्ट क्रिकेट में अपने रवैया में बदलाव और अपने इमोशन पर नियंत्रण रखना होगा, जिससे वह एक छोटी पारी को एक बड़ी पारी में बदल सकते है और अपने कप्तान के भरोसे पर खड़े उतर सकते हैं.
रोहित शर्मा के रवैये को कप्तान बर्दाश्त कर सकते है, लेकिन क्रिकेट फैन्स रोहित शर्मा कों इतने मौके देना कतई बर्दाश्त नहीं करेगे.
यह भी पढ़े: कल रात जब वेस्टइंडीज के खिलाफ के एल राहुल ने किया बेईमानी तो कुछ ऐसा किया कोहली ने