तमिलनाडु क्रिकेट असोसिएशन ने भारत और इंग्लैंड के अंडर -19 टेस्ट मैचों की मेजबानी करने से मना कर दिया है, और अब वह इनकी मेजबानी नहीं करेगा. खुद इसकी जानकारी टीएनसीए ने बीसीसीआई को एक पत्र लिखकर दिया. नया साल भारतीय क्रिकेट के लिए अब तक उतार चढ़ाव भरा रहा है.
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विभिन्न घरेलू कार्यक्रमों के चलते टीएनसीए ने इसकी मेजबानी करने से मना कर दिया है, और बीसीसीआई को पत्र लिखते हुए कहा,
“आपने हमे इसका अवसर दिया यह हमारे लिये काफी बड़ी बात थी, लेकिन हमे इसका बेहद दुःख है, कि हम इसकी मेजबानी नहीं कर पाएंगे. हमारे पास कई ऐसे विभिन्न घरेलू कार्यक्रम हैं, जो बेहद जरुरी हैं, इसलिए बोर्ड इसकी व्यवस्था कहीं और करे.”
हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन ने भी इनकी मेजबानी करने से इंकार कर दिया है.
पत्र में टीएनसीए ने लोढ़ा समिति से अपना रुख साफ कर दिया है, और अब बोर्ड को भारत -इंग्लैंड अंडर -19 के दो टेस्ट मैचों को कहीं और कराना होगा. 2 जनवरी को बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष अनुराग ठाकुर और बोर्ड सचिव को सर्वोच्च न्यायालय ने उनके पद से बर्खास्त कर दिया था, उसके बाद से अभी तक कोई भी इस पद पर नहीं आया है.
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इन सबके बीच में लोढ़ा समिति और बीसीसीआई के बीच झगड़े सुलझने का नाम नहीं ले रहे हैं. लोढ़ा समिति की वजह से ही अनुराग ठाकुर और अजय शिर्के को उनके पद से हटाया गया.
बीसीसीआई के बॉस एन श्रीनिवासन ने अभी तक इसका कोई जवाब नहीं दिया है.
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अब देखना है, कि बीसीसीआई और लोढ़ा समिति के बीच हुए इन विवादों का दौर कब ख़त्म होता है.