मोहम्मद अली के जीवन से हमे काफी सीख मिलती हैं. वो एक बॉक्सर थे, और युवा पिढी के लिए एक आदर्श थे. नेल्सन मंडेला की तरह मोहम्मद अली ने भी काले गोरे के भेद के खिलाफ काफी लड़ाई लड़ी हैं. मोहम्मद अली ओलंपिक में गोल्ड मेडल भी जीत चुके है. सिर्फ बॉक्सिंग ही नहीं, बल्कि खेल जगत के महान खिलाड़ी रहे हैं मोहम्मद अली आज उनका निधन हो गया, और वे हमे छोड़कर चले गये.
उनकी यादों में हम आपको बता रहे हैं मोहम्मद अली के बारे में 10 रोचक तथ्य:
1. 1954 में मोहम्मद अली का बाईक चोरी हो गया था. तब मोहम्मद अली पुलिस के पास कम्प्लेन लिखाने गये, और वो पुलिस अफसर बॉक्सिंग ट्रेनर थे. और इस तरह उस अफसर ने मोहम्मद अली को ट्रेनिंग दी और मोहम्मद अली एक महान बाक्सर बने.
2. बचपन में मोहम्मद अली अपने भाई से खुदपर पत्थर फेंकने को कहते थे, और हर पत्थर को मोहम्मद अली रोकते थे.
3. 29 अक्टूबर, 1960 को मोहम्मद अली ने अपना पहला फाईट जीता था. उस मैच में मोहम्मद अली ने टुनी हुनसाकेर को हराया था. ये मैच काफी अच्छा रहा था, और अली ने छठे दौर में ये मैच जीता था.
4. बॉक्सिंग के साथ साथ मोहम्मद अली एक अच्छे सिंगर और एक्टर भी थे. अली ने 1964 में मैं हुं महान ये एल्बम निकाला था, और उस एल्बम में स्टैंड बाइ मी ये प्रसिद्ध गाना भी गाया था. तो वहीं अली ने कुछ फिल्मों में भी काम किया था.
5. जब 1960 रोम ओलंपिक के लिए अली विमान से जा रहें थे, तब वे विमान में बैंठने से काफी डरते थे. अली ने उस ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता था.
6. जब अली एक होटल में अपना गोल्ड मेडल लेकर खाना खाने बैंठे थे, तब होटल के वेटर ने उनसे कहा कि, हम निग्रो लोगों को खाना नहीं देते. तब अली ने कहा, मैं भी यहाँ खाना नहीं खाउंगा. उस समय अमेरिका में काला गोरा भेदभाव काफी गंभीर था.
7. जब 1964 में मोहम्मद अली ने सोनी लिस्टोन को हराया था, तब खुद अली को भी विश्वास नहीं हुआ था कि, उन्होंने ये कारनामा किया हैं. अली से किसी को भी इस जीत से उम्मीद नहीं थी.
8. अली के ग्रैंन्ड फादर आयरिश मुल के थे. उन्होंने फिर इंग्लैंड की लड़की से शादी किया, और फिर अमेरिका चले गये. मोहम्मद अली को “मोहम्मद अली” नाम 1964 में मिला.
9. मोहम्मद अली को एक फाईट ना करने की वजह से 3 साल के लिए पाबंदी किया गया था. और उनकी वापसी का मैच के चर्चे काफी जोरो शोरो से चल रहे थे, और वो मैच के टिकटों के लिए भी काफी मारा मारी हुई थी.
10. साल 1990 में इराकी लीडर सद्दाम हुसैन ने कई लोगों को बंदी बनाया था. लेकिन तब मोहम्मद अली उनसे मिलने गये, और 50 मिनीट के अंदर सद्दाम हुसैन ने 15 अमेरिकी लोगों को रिहा कर दिया था.