218 रन साउथ अफ्रीका के खिलाफ 2001 में
भारतीय टीम मुसीबत में थी 70 रन पर 4 विकेट गिर चुके थे, और मैदान पर एक नया लड़का उतर रहा था जिसके आईडियल सचिन थे और वो क्रीज पर सामने खड़े हुए थे और उस समय पर वह टेस्ट क्रिकेट में अपने नाम 7000 से ज्यादा रन जोड़ चुके थे। इसके बाद जो खेल का नजारा देखने को मिला वह कमाल का था, भारत का स्कोर 70/4 और इसके बाद 288/4 हो गया। दोनों ही बल्लेबाजों ने शतक लगाया। सहवाग का टेस्ट में पदार्पण उनके सपने का साकार होने जैसा ही था। इसलिए नहीं कि उन्होंने शतक लगाया था बल्कि इसलिए कि उन्होंने यह शतक उस युग के सबसे महान बल्लेबाज के साथ लगाया था।