वीरेंद्र सहवाग-
विश्व में कुछ ही बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग जितने विस्फोटक होंगे। हर कोई जानता है कि जब सहवाग का दिन होता है तो विरोधी टीम के आंसू निकलना तय है। सहवाग के लिए कोई विरोधी टीम और कोई मैदान बड़ा नहीं है। सहवाग संभवत: एकमात्र बल्लेबाज हैं, जिनके आंकड़े सचिन तेंडुलकर के सामने चुनौती पेश करते हैं।
हालांकि शानदार करियर के बावजूद वीरेंद्र सहवाग का अंतिम टेस्ट उनके लिए शानदार नहीं रहा। मगर यह टेस्ट भारतीय टीम के लिए शानदार रहा क्योंकि उसने एक पारी और 135 रन से मैच अपने नाम किया। सहवाग ने इस मैच में केवल 6 रन बनाए थे। भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हराया। सहवाग को फिर टीम से बाहर कर दिया गया और आगे खेलने का मौका नहीं मिला। 37वें जन्मदिन के बाद सहवाग ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया। एक आक्रामक पारी देखने से क्रिकेट प्रशंसक वंचित रह गए।