दुसरे दिन का खेल भी न्यूज़ीलैण्ड के नाम रहा, भारत को 318 पर ऑल आउट करने के बाद न्यूज़ीलैण्ड ने एक मज़बूत शुरुआत की. उमेश यादव ने मार्टिन गुपतिल को आउट किया जब न्यूज़ीलैण्ड का स्कोर 35 रन था. लेकिन उसके बाद टॉम लैथम और केन विलियम्सन ने टीम को एक मज़बूत स्थिति में ला खड़ा किया.
विलियम्सन ने अपना 23वा तो लैथम ने अपना आठवा अर्धशतक पूरा किया, लैथम अपना अर्धशतक पूरा करने से पहले एक काफी विवादस्पद निर्णय में बाल बाल बचे.
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दरअसल रविन्द्र जडेजा की एक गेंद को स्वीप करने के चक्कर में गेंद उनके पैर पर लगा, और सीधा शोर्ट लेग पर खड़े लोकेश राहुल के हाथों में चला गया.
इस पर पूरी टीम ने ज़ोरदार अपील की लेकिन निर्णय थर्ड अंपायर के पास गया और थर्ड अंपायर ने लैथम को नॉट आउट करार दिया. जिसके बाद कप्तान कोहली समेत पूरी भारतीय टीम हैरान हुई.
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अब हम आपको बताते है अंपायर ने लैथम को कैच पकड़ने के बावजूद क्यों नॉट आउट करार दिया.
आईसीसी के नियम 32.2 के तहत एक कैच तभी तक मान्य है जब तक गेंद केवल कैच करने वाले के शरीर के संपर्क में हो, और अगर विकेटकीपर कैच करने वाला हो तो वह अपने पैड का इस्तेमाल कर सकता है. लेकिन अगर गेंद किसी खिलाड़ी के द्वारा बचाव के लिए पहने हुए हेलमेट से लग जाये तो वह मान्य नहीं है.
यहाँ देखें उस कैच का विडियो :
Close call! Tom Latham survives after the ball hits the grille of KL Rahul’s helmet at short leg Paytm Test Cricket #INDvNZ pic.twitter.com/fCUSIEUJFk
— BCCI (@BCCI) September 23, 2016
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दिन के खेल का आख़िरी सत्र बारिश में धुल गया, लेकिन उससे पहले न्यूज़ीलैण्ड ने पहले टेस्ट में मज़बूत पकड़ बना ली है. भारत का स्कोर भी एक समय 154-1 था, कल का दिन भारत के लिए अहम रहने वाला है अगर भारत ने शुरुआत में विकेट नहीं लिए तो इस मैच में वापसी करना मुश्किल साबित हो सकता है.