हाल में ही क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर की डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘सचिन: अ बिलियन ड्रीम्स’ बड़े पर्दे पर रिलीज़ कर दी गयी. इस फिल्म को शुक्रवार, 26 मई को रिलीज़ किया गया. विराट कोहली ने सचिन को उनके रिटायरमेंट के दौरान दिया था ये एक खास तोहफा, जिसे सचिन ने नहीं किया स्वीकार
याद आ जाएंगा बचपन
‘सचिन: अ बिलियन ड्रीम’ देखने के बाद सभी को सचिन और अपने बचपन के दिनों की यादें ताज़ा हो जाएँगी. किस तरह से सचिन तेंदुलकर के करियर का शुरुआत हुआ और क्या क्या उतार चढ़ाव उन्होंने अपने पूरे करियर के दौरान देखे सभी.
फिल्म के कई क्षण इतनी भावनाओं से भरे हुए, कि आपकी ऑंखें आपने आप ही नम हो जाएँगी. खासतौर पर 2007 के विश्व कप में भारतीय टीम का सबसे खराब प्रदर्शन और उसके बाद खेल प्रेमियों का सचिन तेंदुलकर के प्रति गुस्सा. यह सब आपको भाव विभोर कर देंगे. ये हैं वो 5 ऐसे बड़े कारण जो साबित करते हैं, कि क्यों अनिल कुंबले के दोबारा भारतीय टीम का कोच बनाया जा सकता हैं
सभी हुआ खुश
‘सचिन: अ बिलियन ड्रीम’ देखने के बाद भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली से लेकर देश के सबसे सफल और विश्व विजेता कप्तान एमएस धोनी सभी ने सचिन तेंदुलकर और उनकी फिल्म की जमकर तारीफ की.
विराट और धोनी ही नहीं आमिर खान, शाहरुख़ खान, अमिताभ बच्चन आदि ने भी सचिन और भारतीय क्रिकेट टीम के पुराने दौर को एक बार फिर से जिया और अपनी अपनी यादें ताज़ा की. धोनी के बाद अब इस दिग्गज भारतीय खिलाड़ी पर बनेगी बायोपिक रणवीर कपूर होंगे मुख्य भूमिका में
सभी को था विनोद कांबली का इंतजार
एक तरफ जहाँ सभी के बधाई सन्देश आ रहे थे, वही सभी की निगाहें विनोद कांबली पर भी टिकी हुई थी, कि वो ‘सचिन: अ बिलियन ड्रीम’ देखने के बाद क्या प्रतिक्रिया व्यक्त करते हैं.
विनोद कांबली ने फिल्म देखने के बाद ट्वीट करते हुए कहा, कि
@sachin_rt .Dear Master Blaster.I Love You pic.twitter.com/DAAcgT0ka7
— Vinod Kambli (@vinodkambli349) May 27, 2017
”डियर मास्टर ब्लास्टर… सचिन तेंदुलकर आई लव यू….”
कभी हुआ करते थे सबसे ख़ास दोस्त
आपकी जानकारी के लिए बता दे, कि एक समय ऐसा भी हुआ करता था, जब सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली की दोस्ती की कसमें खाई जाती थी. मगर वक़्त के साथ साथ दोनों की दोस्ती में काफी कुछ बदल गया. विनोद खन्ना की जगह लोगों ने इस स्टार भारतीय खिलाड़ी को दे दी श्रद्धांजलि, जिसके बाद भड़का ये दिग्गज और इस तरह व्यक्त अपनी नाराज़गी
हुई थी रिकॉर्ड और ऐतिहासिक साझेदारी
सचिन और कांबली की दोस्ती की कई यादें जुड़ी हुई हैं. स्कूल क्रिकेट के दौरान जब यह दोनों एक साथ खेला करते थे, तब एक मैच में सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली ने विश्व रिकॉर्ड 664 रनों की यादगार साझेदारी की थी. यह बेमिसाल साझेदारी सचिन और कांबली ने शारदाश्रम विद्यामंदिर के लिए खेलते हुए सेंट. ज़ेवियर’स हाई स्कूल के खिलाफ की थी.
दोनों ने यह अविश्वसनीय साझेदारी हैरिस शील्ड टूर्नामेंट के सेमीफाइनल मुकाबलें में आजाद मैदान पर बनाई थी. इस साझेदारी के दौरान सचिन तेंदुलकर के बल्ले से 326, जबकि विनोद कांबली के बल्ले से 349 रन निकले थे और यह दोनों नाबाद रहे थे. वीडियो: रोहित शर्मा के आउट होने के बाद सदमे में पहुँची पत्नी रितिका सजदेह, रोहित भी हुए परेशान
दोनों की इस लाजवाब साझेदारी के साथ ही विश्व क्रिकेट में दो सीतारों का जन्म हो चूका था. स्कूल क्रिकेट में इससे पहले ना तो किसी ने ऐसी पारी देखी थी और ना ही कामना की थी.
कुछ ही समय बाद सचिन तेंदुलकर ने भारतीय टीम में अपनी जगह बना ली और देखते ही देखते विनोद कांबली को भी भारतीय टीम में चुन लिया गया.
मगर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में आने के बाद बहुत कुछ बदल गया
सचिन तेंदुलकर ने तो अपने स्टारडम और अपने नाम को बचा लिया, लेकिन विनोद कांबली अपने स्वाभाव के कारण काफी पीछे रह गये. यही कारण रहा, कि देखते ही देखते विनोद कांबली का क्रिकेटिंग करियर अंधकार में जा पहुंचा. 100 करोड़ के नुकसान पर होने के बाद भी 1300 करोड़ की नेटवर्थ हैं इस खिलाड़ी की
विनोद कांबली ने एक बार सचिन के ऊपर यह आरोप भी लगाया था, कि सचिन की वजह से ही मेरा करियर बर्बाद हुआ और सचिन तेंदुलकर चाहते तो उनका करियर बच सकता था.