विराट कोहली भारत के सबसे सफल कप्तानो की सूचि में जल्द ही अपना नाम दर्ज करा सकते है, कोहली ने बतौर कप्तान भारत के लिए 19 टेस्ट मैचों में कप्तानी की है, जिसमे उन्होंने भारत को 11 में जीत दिलाई है, जबकि छह टेस्ट मैच ड्रा हुए है. टीम इंडिया को दो टेस्ट मैच में हार का सामना भी करना पड़ा है.
कोहली सुनील गावस्कर और कपिल देव जैसे दिग्गजों से आगे निकल चुके है, और मौजूदा टेस्ट सीरीज के बाकी सभी मैच अगर भारतीय टीम जीतने में सफल रहती है, तो कोहली मोहम्मद अजहरुद्दीन की बराबरी कर, केवल सौरव गांगुली और महेंद्र सिंह धोनी से पीछे रह जायेंगे.
यह भी पढ़े : टेस्ट से साहा बाहर, दिग्गज विकेटकीपर की टीम में वापसी
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने विशाखापत्तनम टेस्ट मैच में एक शानदार जीत मिलने के बाद, मीडिया के सामने काफी चौकाने वाला बयान दिया.
विराट ने कहा,
“शायद तीन चार साल बाद मैं अपनी कप्तानी का विश्लेषण करूँगा, लेकिन फ़िलहाल सब कुछ ठीक हो रहा है, और मैं इससे काफी संतुष्ट हूं.”
विशाखापत्तनम टेस्ट मैच में टीम को 246 रनों की शानदार जीत दिलाने के बाद, भारतीय टीम के कप्तान कोहली का कहना था, कि
“जब आप पांच बल्लेबाजों के साथ मैदान पर उतरते है, ऐसे में कप्तानी से खुदको अलग करना बेहद ही मुश्किल हो जाता है. कप्तानी के साथ ज़रूर थोड़ी ज़िम्मेदारी बढ़ जाती है, लेकिन साथ ही मैं इसी के कारण मैं खुद बल्लेबाज़ी करते समय गेंद को हवा में नहीं खेलता, जो की मैं टेस्ट क्रिकेट में करना चाहता हूं.”
यह भी पढ़े : पहले टेस्ट में बालटेम्परिंग करने के बाद इस कारण आईसीसी नहीं देगी विराट कोहली कों कोई दंड
विराट इस साल शानदार फॉर्म में चल रहे है, और उन्होंने इसी साल टेस्ट क्रिकेट में दो दोहरे शतक भी लगाये है, मौजूदा टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया 26 नवम्बर को मोहाली के मैदान पर उतरेगी और यहाँ भी गेंदबाजों के लिए मददगार पिच मिलने की काफी संभावनाएं है.