ऐसा काफी बार हुआ है की पाकिस्तानी खिलाडियों को फिक्सिंग करते हुए पकडा हुआ है. इसका सबसे बडा उदाहरण है की 2010 की स्पॉट फिक्सिंग मामला, जब इंग्लैंड दौरे पर सलमान बट्ट, मोहम्मद आसिफ, और मोहम्मद आमीर को बुकी के साथ नॉ बॉल डालने के लिए मैच फिक्स किया था.
अब हम बता रहे है ऐसा ही एक घटना जब पूर्व भारतीय खिलाडी ने पाकिस्तान के एक खिलाडी को फिक्सिंग करने की कोशिश में रंगे हाथ पकडा था. अमरनाथ भाईओ में से सबसे छोटे भाई रजिंदर ने अपने पिताजी लाला अमरनाथ के बारे में एक किस्सा सुनाया है.
ये बात 1954 के भारत के पाकिस्तान दौरे की है, तब पाकिस्तान के कप्तान अब्दुल हफीज करदार ने भारत के उस समय के टीम मैनेजर लाला अमरनाथ को अपने घर चाय पर बुलाया था. तब ये दोनों बात कर रहे थे तब मैच के अंपायर इर्दीस बेग उस रुम में आए और बोला की कल के मैच के लिए क्या करना है.
तब लाला ने पूछा क्या करना है मतलब? तब वो अंपायर लाला को देखकर भाग गया. तब लाला ने पिसिबी को बताया की अगर उन्होंने अंपायर बदला नहीं तो हम टेस्ट मैच नहीं खेलेंगे.
उस समय कोई अंपायर नहीं था तो उस समय पाकिस्तान के सेलेक्टर मसूद सलाउद्दीन अंपायर बने थे. पहली बार कोई सेलेकटर अंपायर बना था. उस मैच में सलाउद्दीन ने करदार को स्टंप आऊट दिया था, तब वे 7 रन से अपने शतक से दुर थे. उसके बाद लाला ने कहा की अगर कोई दुसरा पाकिस्तानी अंपायर होता तो ये आऊट नहीं देता.