जब भी भारतीय टीम और पाकिस्तान टीम का मैच खेला जाता है रोमांच अपने चरम पर होता है. ऐसे में खिलाड़ियों के बीच भी गहमागहमी का आम नजारा होता है.
क्रिकेट इतिहास में कई ऐसे किस्से भारत और पाकिस्तान के मैचों के रहे है जब खिलाड़ियों के बीच गहमागहमी रही है और रोमांच अपने चरम पर रहा है. आज हम भी आपकों भारत और पाकिस्तान मैच के एक ऐसे ही किस्से के बारे में बताएंगे.
जब सचिन का उड़ा रहे थे रहे थे पाकिस्तानी दर्शक मजाक
भारत और पाकिस्तान के बीच एक ऐसा भी मुकाबला हुआ है, जब पाकिस्तान में भारत एक धाकड़ बल्लेबाज का मजाक उड़ाया गया. स्टेडियम में बैठे पाकिस्तानी दर्शक हमारे इस बल्लेबाज को लगातार कॉमेंटे किये जा रहे थे, लेकिन इस भारतीय टीम के दिग्गज बल्लेबाज ने अपने बल्ले से ऐसा जवाब दिया कि सभी के मुंह बंद हो गये.
बात 1989 की है, जिस साल क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने अपना इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था. सचिन ने अपना डेब्यू पाकिस्तान के खिलाफ पाकिस्तान में ही किया था. तब सचिन की उम्र मात्र 16 साल की थी.
अपने ध्यान खेल में लगाये हुए सचिन ने मुश्ताक को लगाये दो छक्के
इस टूर के दौरान हुए एक मैच एग्जिबिशन मैच में सचिन को स्लेजिंग का शिकार होना पड़ा था. पाकिस्तानी युवा फैंस सचिन का मजाक उड़ाया, लेकिन सचिन इन चीजों से परेशान नहीं हुए और अपने खेल में ही अपना ध्यान केंद्रित करते रहे.
कादिर ने गुस्से में सचिन से कहा, ‘मुझे मार कर दिखाओं’
सचिन ने पाकिस्तानी गेंदबाज मुश्ताक अहमद के ओवर में दो छक्के लगाये. कम उम्र में सचिन की ऐसी शानदार बल्लेबाजी देखकर टीम के सीनियर खिलाड़ी अब्दुल कादिर गुस्से में आ गये. अब्दुल कादिर सचिन के पास गये और बोले ‘बच्चों को क्यों मार रहे हो, हमें भी मार कर दिखाओं’
सचिन ने कादिर को भी लगाये लगातार तीन छक्के
सचिन ने कादिर की इस बात का मुंह से कोई जवाब नहीं दिया, लेकिन उन्होंने कादिर को अपने बल्ले से करारा जवाब दिया. दरअसल, जब कादिर अगले ओवर में गेंदबाजी करने आये, तो सचिन ने उनके एक ही ओवर में लगातार तीन छक्के लगा दिए.
इसके बाद कादिर को एहसास हो चुका था, कि उन्होंने सचिन को ऐसा बोलकर गलत किया. इसके बाद कादिर ने सचिन की बल्लेबाजी देखकर ताली बजाई और सम्मान में सचिन के सामने हाथ तक जोड़ लिए.
अब्दुल कादिर ने इस घटना के बाद अपने के इंटरव्यू में कहा था, “मुझे एक ही ओवर में इससे पहले किसी ने तीन छक्के नहीं मारे थे, यकीन मानिये मैंने अपने पूरे तजुर्बे के साथ यह तीनों गेंद डाली थी, लेकिन इस लड़के ने मेरी ही धुनाई कर दी.”