संघर्ष हर खिलाडी के जीवन का अहम हिस्सा है. काफी लोग ये मानते है,कि युवराज सिंह से बडा संघर्ष किसीने नहीं किया होगा. युवराज सिंह ने बडी बिमारी को हराकर अपने जीवन में जीत हासिल की है.
युवराज के साथ सारे फैन्स उनके साथ रहे है. अंडर 19 विश्वकप से लेकर, 2007 टी ट्वेंटी विश्वकप में ब्रॉड को 6 छक्के से लेकर, 2011 विश्वकप में मैन अॉफ द सीरीज बनने तक सभी लोग युवराज के साथ रहे है.
और अब उन्हीं दर्शकों की वजह से युवराज सिंह की 2016 टी ट्वेंटी विश्वकप में वापसी हुई है, और उनका बडा रोल इस टीम में रहने वाला है.
सभी दर्शक युवराज को आगें खेलते हुए देखना चाहते है, लेकिन पहले तीन बल्लेबाजों के बाद, सुरेश रैना को मौका दिया जा रहा है, जिस वजह से युवराज को बल्लेबाजी में मौका मिल नहीं रहा है.
धोनी ने इसका खुलासा किया,कि युवराज को क्यों आगें नहीं मौका मिल रहा है.
युवराज सिंह को भारतीय टीम में मौका सिर्फ उनके प्रथम श्रेणी में अच्छे प्रदर्शन के बाद मिला है, लेकिन फिलहाल चौथे नंबर पर सुरेश रैना खेलते है.
पहले तीन नंबर के बल्लेबाज तय है, और चौथा, पांचवां और छठे नंबर पर युवराज जैसे अनुभवी बल्लेबाज के आनें से टीम को मजबूती मिली है, जो पहले हमे महसूस हो रहीं थी.
मिडल अॉर्डर में भारत के पास तीनों अनुभवी बल्लेबाज है, जो 250 से ज्यादा मैच भारत के लिए खेले है, और तीनों बडे हिटर है.
और एशिया कप और टी ट्वेंटी विश्वकप में ये तिकड़ी का अच्छा करना काफी महत्वपूर्ण है.
युवराज के वापसी करने से भारत को एक अच्छा अॉल राउंडर मिला है, और युवराज ने वापसी के बाद, बल्ले से ज्यादा गेंदबाजी की है. बल्लेबाजी में उनको ज्यादा मौके नहीं मिले है.
धोनी युवराज को एक बल्लेबाज से ज्यादा बतौर अॉल राउंडर देखना चाहते है. युवराज ने 9 ओवर की है, जिसमे 2 विकेट उनको मिले है.
भारतीय बल्लेबाजी सेटल है, रोहित और धवन सलामी में, और कोहली तीसरे और रैना चौथे नंबर पर तय है. तो युवराज को पिछे ही आना होगा, लेकिन उनको सेटल होने में समय लगता है.
भारत के सिर्फ चार गेंदबाजों के साथ खेलने से युवराज की जिम्मेदारी बल्लेबाजी से ज्यादा गेंदबाजी में बढ गयी है.
भारतीय टीम को मैच विनर युवराज की जररूत नहीं है, लेकिन एक अॉल राउंडर की जरूरत है. जैसे स्पिन लेती पिच पर युवराज का रोल अहम होगा, और वे बडे हिट भी लगा सकते है.
युवराज के फैन्स के लिए ये अच्छा नहीं होगा, लेकिन टीम के हित में उनको ये स्विकार करना पडेगा.
अगर भारत के जल्दी विकेट गिरे, तो युवराज जैसे अनुभवी बल्लेबाज का पिछे रहना टीम के लिए बडा महत्वपूर्ण है.