क्रिकेट डेस्क। ऐसा प्रतीत होता है कि हाल ही में भारत में संपन्न टी-20 विश्व कप की सफलता ने आईसीसी के खेल को समझने का रवैया बदलकर रख दिया है। आईसीसी ने बड़ा कदम उठाते हुए टी-20 विश्व कप को चार साल के बजाय हर दो साल में आयोजित करने की ठानी है। 2016 टी-20 विश्व कप के बाद आईसीसी ने फैसला किया था कि टी-20 विश्व चार साल के अंतराल में आयोजित किया जायेगा जिससे, कि खेल के हर प्रारूप में बराबरी हो।
हालांकि भारत में हाल ही में संपन्न टी-20 विश्व कप के दौरान मैदान में दर्शकों की खूब भीड़ देखने को मिली। फिर सोने पर सुहागा रहा टूर्नामेंट के दौरान टेलीविजन रेटिंग जो आसमान की ऊंचाई पर पहुंच गई। इतने बढि़या रिस्पॉन्स को देखने के बाद उम्मीद की जाने लगी है कि आईसीसी हर दो साल में टी-20 विश्व कप का आयोजन कर सकती है।
इसका मतलब टी-20 विश्व कप के अगले संस्करण का आयोजन 2018 में होगा, जबकि उससे अगला 2020 में होगा। अगर चीजें सही हुईं तो 2022 में भी इस टूर्नामेंट का आयोजन होगा।
आईसीसी के कैलेंडर के मुताबिक 2018 में किसी बड़े इवेंट का आयोजन नहीं होना है, इसलिए 2018 में टूर्नामेंट के आयोजन की गुंजाइश है।
हाल ही में दुबई में हुई आईसीसी की बैठक में इस टूर्नामेंट पर विचार किया गया। 2018 संस्करण का आयोजन वेस्टइंडीज में हो सकता है। 2020 संस्करण का आयोजन ऑस्ट्रेलिया में पहले से ही निर्धारित है। 2022 संस्करण का आयोजन यूएई में संभवत: हो सकता हैं।
अगर यूएई में आयोजन नहीं हुआ तो न्यूजीलैंड एकमात्र टेस्ट देश बचेगा जो टी-20 विश्व कप का आयोजन करने से वंचित रह गया है। आईसीसी के प्रमुख कार्यकारी डेव रिचर्डसन ने स्वीकार किया कि टूर्नामेंट का आयोजन कराना मुश्किल है। रिचर्डसन ने कहा, “असल बात यह है कि न्यूजीलैंड का टाइम जोन क्रिकेट खेलने वाले अन्य देशों के लिहाज से आदर्श नहीं है।”