बैंगलोर: भारत की टेस्ट टीम के विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा ने कहा है, कि टेस्ट क्रिकेट से महान विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास लेने के बाद भारतीय टीम में उनकी कमी खलेगी. मैंने टीम में धोनी की जगह जरुर ली हैं, लेकिन उनकी भरपाई करना बेहद मुश्किल हैं.
बैंगलोर में अभ्यास सत्र के दौरान रिपोर्टर से बात करते हुए साहा ने कहा कि “धोनी भाई के संन्यास के बाद विकेटकीपर के रूप में उनकी जगह लेना आसान नहीं था, क्योंकि उन्होंने हमारे लिए कई मैच जीते हैं. विश्व क्रिकेट में धोनी ने अपने आप को एक महान क्रिकेटर के रूप में पेश किया हैं”.
आगे साहा ने कहा कि वह कोशिस कर रहे है कि जिस तरह धोनी ने टीम में योगदान दिया, वह भी कुछ वैसा ही करे, जिसके लिए वह कड़ी मेहनत कर रहे हैं.
साहा ने कहा “मैं वही करने का कोशिश कर रहा हूं, जो धोनी भाई ने भारत के लिए किया, धोनी ने बल्ले से योगदान देने के अलावा अहम मौको पर कैच लेकर और स्टंपिंग करके योगदान देते हुए मैच जीताया है”.
साहा ने कहा कि उन्हें जब भी मौका मिलेगा वह धोनी से बात करके उनकी सलाह लेंगे.
‘‘हर संभव मौके पर हम हमेशा एक दूसरे से बात करते हैं. जैसे हमने आईपीएल और भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान किया. उन्होंने मुझे अहम टिप्स दिए कि कैसे उछाल लेती पिचों पर विकेटकीपिंग करनी है, और बल्लेबाजी करते हुए दबाव से निपटना है. धोनी ही नहीं मैं अन्य खिलाड़ियों से भी बात करता हूं”.
साहा ने कहा कि उन्हें वेस्ट-इंडीज दौरे पर बल्ले से अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद हैं, क्योंकि पिछली सीरीज में उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं था. टीम ने पिछले एक साल में अच्छा प्रदर्शन किया है. हमने ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका में अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन मेरी यह अच्छा मौका ही कि मैं अपने व्यक्तिगत प्रदर्शन में सुधार ला सकूँ.
अंत में साहा ने कहा कि “मुझे निचले क्रम के बल्लेबाजों के साथ बल्लेबाजी करना पसंद है, क्योंकि अहम समय में जरूरी रन जुटाने से अच्छा स्कोर खड़ा करने में मदद मिलती है”.
भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज़ साहा भारत के लिए अब तक 11 टेस्ट मैचो में 21 की औसत से 367 बना चुके हैं. टेस्ट क्रिकेट में साहा के नाम 2 अर्धशतक भी हैं.