ऐसा लग रहा है प्रतिदिन लोगो की सहनशीलता कम होती जा रही है, खास कर के क्रिकेटरों की, पिछले कुछ दिन पहले जहाँ ऑस्ट्रेलिया में वार्डर-गवास्कर ट्राफी का दूसरा मैच हारने के बाद ड्रेसिंग रूम में विराट कोहली और शिखर धवन के बिच तनाव का माहौल देहने को मिला, वहीं अब रणजी ट्राफी के एक मैच में जो जम्मू-कश्मीर और बड़ोदरा के बिच खेला जा रहा था एक घटना सामने आई है.
बड़ोदरा के सीनियर खिलाडी युसूफ पठान ने एक दर्शक को उस समय गाली दे डाली जब वह 11 रन पर आउट होकर पवेलियन जा रहे थे, तो दर्शक ने उनके लिए कुछ अपमान सूचक शब्द का प्रयोग कर दिया, जिससे युसूफ उत्तेजित हो गये और उस दर्शक को गाली दे डाली. दर्शक का नाम आशीष परमार बताया जा रहा है.
परमार ने कहा-
“मै खिलाड़ियों को प्रोत्साहित कर रहा था, मैंने युसूफ के लिए किसी भी गंदे शब्द का प्रयोग नहीं किया, जब युसूफ पवेलियन लौट रहे थे तो मैंने कहा उस गेंदबाज ने बहुत अच्छी गेंदबाजी की तब युसूफ ने मुझे ड्रेसिंग रूम में बुला कर मेरे कंधे पर मारा”
एक दर्शक सईद इकबाल राना के अनुसार-
“एक सीनियर खिलाडी को ऐसा करना शोभित नहीं देता है, हम यहाँ क्रिकेट का मजा लेने आते है, उनके द्वारा किये गये ऐसे व्यवहार को झेलने के लिए नहीं”
बीसीए के सचिव अन्शुमान गयकवार्ड ने कहा-
“हम सिक्योरिटी व्यवस्था को और मजबूत करेंगे जिससे कोई दर्शक खिलाडियों के समीप ना आ सके और खिलाडियों को भी हिदायत दी गयी है की ऐसी कोई घटना होने पर वो हमे सूचित करे खुद कोई प्रतिक्रिया व्यक्त न करे”
इस घटना की वजह से लगभग 30 दर्शक जबरदस्ती ड्रेसिंग रूम में घुस गये, और पठान को धमकी देने लगे की हिम्मत है तो बाहर आओ, हालांकि बीसीए के अधिकारियों ने किसी तरह उन्हें शांत कराया.
सभी खिलाड़ियों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए की, खेल की लोकप्रियता सिर्फ दर्शको की वजह से है, बिना दर्शको के खेल का कोई महत्व ही नहीं है, कोई भी खिलाड़ी या कोई भी खेल कितना भी बड़ा क्यूँ न हो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. साथ ही इतनी भीड़ में हर दर्शक के उपर कंट्रोल करना और उन्हें शांत करना सम्भव नहीं है.
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