भारत और इंग्लैंड के बीच तीन एकदिवसीय और तीन टी ट्वेंटी मैचों की सीरीज के लिए भारतीय टीम का ऐलान कर दिया गया हैं. टीम में देश को 2011 का विश्व कप जीताने में अहम योगदान देने वाले युवराज सिंह को काफी समय के लम्बे अन्तराल के बाद टीम में मौका दिया गया हैं.
वनडे श्रृंखला का पहला मैच रविवार, 15 को पुणे के मैदान पर खेला जायेंगा. जैसा कि हम सभी यह बात बखूबी जानते हैं, कि बुधवार, 5 जनवरी को भारतीय टीम के सबसे सफल कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने एकदिवसीय और टी ट्वेंटी टीम की कप्तानी के पद से इस्तीफा दे दिया था.
यह भी पढ़े : धोनी के कप्तानी छोड़ने के बाद उनके निर्णय को सही बताने वाले पूर्व दिग्गजों की आकाश चोपड़ा ने लगाई क्लास
महेंद्र सिंह धोनी के इस हैरानी भरे फैसले से काफी लोग अचंभित रहे गये. किसी को भी एक पल के लिए तो यकीन ही नहीं हुआ, कि अचानक से इंग्लैंड सीरीज से ठीक पहले महेंद्र सिंह धोनी ने कप्तानी क्यों छोड़ दी. धोनी के साथ क्रिकेट के मैदान पर देश को कई यादगार जीत दिलाने वाले युवराज सिंह ने पहली बार धोनी के कप्तानी छोड़ने के बाद अपनी प्रतिक्रिया दी.
युवराज सिंह ने बीसीसीआई को दिए अपने एक विडियो इंटरव्यू में कहा, कि
”महेंद्र सिंह धोनी ने यह फैसला एकदम सही समय पर लिया हैं. धोनी ने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए अपनी कप्तानी के दौरान जो कुछ भी किया, वह वाकई में अनमोल हैं. महेंद्र सिंह धोनी देश के नंबर वन थे और रहेंगे. 2011 और 2007 के विश्व कप मैंने उनकी कप्तानी में खेले और वह मेरे जीवन के सबसे यादगार पलों में से एक हैं. यही नहीं धोनी की कप्तानी में जब पहली बार टीम इंडिया टेस्ट रैंकिंग में नंबर वन बनी थी, मैं तब भी टीम के साथ था.”
यह भी पढ़े : सामने आई युवराज सिंह और हेज़ल कीच के लेटेस्ट फोटोशूट की तस्वीरें
युवराज सिंह ने कहा, कि
”धोनी ने कप्तानी छोड़ने का फैसला 2019 विश्व कप और भविष्य को देखकर ही लिया होगा. मुझे पूरा यकीन हैं, कि कप्तानी छोड़ने के बाद धोनी अब भी भारतीय टीम के लिए अपना शत प्रतिशत योगदान देते रहेंगे और ठीक वैसे ही अंदाज़ में खेलते हुए दिखाई देंगे जैसे, कि अपने शुरूआती करियर के दौरान खेला करते थे.”
धोनी के साथ मैदान पर बिताये गये यादगार पलों को याद करते हुए युवी ने कहा, कि
यह भी देखे : PHOTOS: युवराज की होने वाली पत्नी हेजल कीच की अनदेखी तस्वीरे
”मैंने धोनी से बहुत पहले ही देश के लिए खेलना शुरू कर दिया था. जब धोनी ने अपने अंतर्राष्ट्रीय डेब्यू किया तो, उसके बाद हम दोनों ने एक साथ मिलकर देश को कई यादगार जीत दिलाई. हम दोनों बिलकुल खुल कर मैदान पर बल्लेबाज़ी किया करते थे. आशा करता हूँ, कि फिर से वही पल को हम दोनों एक बार फिर से जी पायें.”