ममता सहित सैकड़ों प्रशंसकों ने अमल को दी श्रद्धांजलि 1

कोलकाता, 11 जुलाई (आईएएनएस)| पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को अमल का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किए जाने की घोषणा की। भारतीय फुटबाल जगत के दिग्गज खिलाड़ी और देश के पहले फुटबाल कोच अमल दत्ता का रविवार को कोलकाता के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह 86 वर्ष के थे।

अमल ने एक कोच के तौर पर फुटबाल में कई नई संरचनाओं का निर्माण किया, जिसमें ‘डायमंड प्रणाली’ भी शामिल है।

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बनर्जी ने कहा, “अमल एक दिग्गज फुटबाल कोच थे और उनका निधन एक बड़ा नुकसान है। वह बंगाल का गर्व हैं और उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।”

राज्य सरकार के मंत्रियों तथा वर्तमान और पूर्व फुटबाल खिलाड़ियों के साथ बनर्जी ने यहां रबींद्र सदन में अमल को श्रद्धांजलि दी।

अमल का अंतिम संस्कार शहर के शवदाह गृह में किया जाएगा।

भारतीय फुटबाल टीम के पूर्व खिलाड़ी पी. के. बनर्जी ने ईस्ट बंगाल और मोहन बागान के बीच हुए एक मुकाबले को याद किया। इसमें जहां, अमल फुटबाल क्लब मोहन बागान के कोच थे, वहीं बनर्जी, ईस्ट बंगाल के कोच थे।

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उन्होंने कहा, “अमल मुकाबले से पहले हमारे मनोबल को गिराने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने बाइचुंग भूटिया को ‘चुंग चुंग’ कहकर भी बुलाया, लेकिन इससे मुझ पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा।”

अमल के साथ मुकाबलों में खेलने के पलों को याद करते हुए बनर्जी ने कहा कि वह उनसे वरिष्ठ थे। उन्हें संगीत सुनना पसंद था और वह एक वाद्य बजाते रहते थे।

बनर्जी ने कहा कि अमल का निधन उनके लिए एक विशेष व्यक्ति को खो देने जैसा है।

भारतीय फुटबाल टीम के मिडफील्डर महताब हुसैन ने कहा, “भारतीय फुटबाल जगत के लिए यह एक बड़ा नुकसान है। मैंने उनके नेतृत्व में खेला है और देखा है कि वह किस प्रकार खिलाड़ियों को ध्यान केंद्रित कर खेलने का प्रशिक्षण देते थे। मुझे नहीं लगता कि उनके जैसा कोई दूसरा होगा।”

एक खिलाड़ी के तौर पर अपने करियर के दौरान अमल ने मनीला में हुए एशियन खेलों-1954 में भारत का प्रतिनिधित्व किया।

संन्यास के बाद वह एक साल के लिए एफए कोचिंग कोर्स के लिए इंग्लैंड चले गए।

अमल अपने करियर में ईस्ट बंगाल और मोहन बागान क्लब से जुड़े रहे। वह नेहरू गोल्ड कप-1987 के दौरान भारतीय टीम के तकनीकी निदेशक भी रहे।

अमल ने 1996 में राजनीति में भी हाथ आजमाया। उन्होंने उत्तर पश्चिम कलकत्ता संसदीय सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के टिकट पर लोकसभा चुनाव भी लड़ा।