रियो ओलंपिक 2016 : भारतीय अधिकारियों की शर्मनाक हरकत, मैराथन रनर जैशा को नहीं मिला पानी, समापन रेखा पर हुई बेहोश 1

भारत की मैराथन राष्ट्रीय रिकॉर्ड होल्डर ओ.पी जैशा का रियो ओलंपिक में समय 2 घंटे 47 मिनट रहा.

पिछले वर्ष बीजिंग वर्ल्डस के दौरान इसी मैराथन इवेंट में जैशा का समय 2 घंटे 34 मिनट रहा था.

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आखिरी समय में इतने बड़े बदलाव की वजह क्या रही?

इसमें गलती इस धावक की नहीं बल्कि भारतीय अधिकारियों की रही, भारतीय अधिकारियों ने इस दौड़ में उनके साथ उचित व्यवहार नहीं किया. लेकिन अधिकारियों की गलती कैसे हो सकती हैं? . अधिकारी किस तरह उन्हें जीत के लिए मदद कर सकते थे?  रियो ओलम्पिक 2016: क्लोजिंग सेरेमनी में साक्षी मलिक बनी भारत की ध्वजावाहक

मैराथन रनर को 42 किलोमीटर दौड़ना होता है, जिस दौरान हाइड्रेटिंग से बचने के लिए पानी की जरुरत होती हैं. इस उद्देश्य से ओलंपिक अधिकारी हर 2.5 किलोमीटर पर पानी के लिए स्टेशन की व्यवस्था करते है.

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इन स्टेशनो पर संबंधित देशों के अधिकारी अपने देश के रनर के लिए पानी, स्पंज, ग्लूकोज बिस्कुट और एनर्जी जैल जैसे सामानों की व्यवस्था करते हैं. 30 साल के उसैन बोल्ट 20 साल की स्टूडेंट के साथ हुये हमबिस्तर, तस्वीरे वायरल

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रनर पानी से हाइड्रेटिंग से मुक्ति पाते है, जबकि ग्लूकोज बिस्कुट से एनर्जी मिलती हैं और जैल उन्हें दौड़ने में ईंधन का काम करती हैं. धोनी के प्रसंशको के लिए बुरी खबर: भारतीय कप्तान पर लगा गम्भीर आरोप

प्रत्येक स्टेशन पर दुसरे देश के अधिकारी अपने देश के रनर के लिए यह सभी सुविधा लेकर बैठे थे, जबकि भारतीय डेस्क वहां खाली दिखाई दिए.

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हमारे भारत देश का कोई भी अधिकारी वहाँ अपने देश के रनर के इंतज़ार के लिए डेस्क पर मौजूद नहीं था, जो जैशा को पानी, स्पंज, ग्लूकोज बिस्कुट और एनर्जी जैल जैसी सुविधा दे सके.

भारतीय अधिकारीयों के शर्मनाक हरकत की वजह से जैशा को 8 किलीमीटर के अंतराल पर पानी मिला, जोकि ओलंपिक अधिकारियों द्वारा मुहैया कराया गया.

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जैशा ने मैराथन खत्म होने के बाद कहाँ “मुझे नहीं पता मैंने किस तरह बिना पर्याप्त पानी के बावजूद किस तरह दौड़ पूरी किया”.

ओ.पी जैशा निर्जलीकरण के कारण, फिनिशिंग लाइन पर गिर गयी, और 3 घंटो तक बेहोश रही.

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यह एक असामान्य अनुभव रहा, जब कोई मैराथन रनर, मैराथन पूरी करने के बाद बेहोश हो गयी हो.

जैशा को रिकवर होने के लिए 7 बोतल ग्लूकोज लेना पड़ा.

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आईएएएफ के नियम के अनुसार, ओलंपिक अधिकारियों के अलावा प्रत्येक देश को 4 जलपान पॉइंट्स बनाने जरुरी हैं. साथ ही एथलिट किसी दुसरे देश के जलपान नहीं ले सकता हैं.

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अगर कोई एथलिट किसी दुसरे देश से जलपान लेता है, तो उन्हें अयोग्य करार भी दिया जा सकता हैं.

हार में हमारे अधिकारी पर्यटन स्थल मस्ती और सेल्फी के कारण सुर्खियो में बने रहे हैं.

उदहारण के लिए, दुती चाँद ने इकोनॉमिक क्लास में यात्रा करने की शिकायत की जबकि भारतीय अधिकारी बिजनेस क्लास में सफ़र करते हुए नजर आये. रियो ओलम्पिक 2016: क्लोजिंग सेरेमनी में साक्षी मलिक बनी भारत की ध्वजावाहक

ओलंपिक के स्टार एथलीट हैं, आखिरकार वह हमारे देश की महिमा बनाये रखते हैं.

उम्मीद हैं भारतीय ओलंपिक कमेटी इस बात पर ध्यान देगी, कि हमारे एथलिटस के साथ दोबारा इस तरह का व्यवहार ना हों.

Gautam

I am Gautam Kumar a Cricket Adict, Always Willing to Write Cricket Article. Virat and Rohit are My Favourite Indian Player.