रियो ओलिम्पिक को शुरू हुए 11 दिन हो गए है लेकिन भारत अब भी अपने पहले मैडल की तलाश में है, इस ओलिम्पिक में भारत ने अपना सबसे बड़ा दल भेजा था, लेकिन इसके बाद भी भारतीय दल को अब तक निराशा ही हाथ लगी है.
इसी बीच सोमवार को भारतीय टीम के मध्यम और लंबी दूरी के कोच निकोलाई स्नेसारेव को रियो पुलिस ने हिरासत में लिया, और कुछ घंटे तक पुलिस स्टेशन में ही बैठा कर रखा, भारतीय दूतावास की दखल के बाद मामला सुलझा और उन्हें छोड़ दिया गया.
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दरअसल मध्यम वर्ग की दौड़ में हिस्सा लेने वाली रनर ओपी जैशा को उनकी रेस के बाद चक्कर आने लगे, जिसके बाद उन्हें शरीर में पानी की कमी की जांच के लिए खेलगांव में पोलिक्लिनिक भेजा गया. सूत्रों के अनुसार जैशा को गर्मी के कारण चक्कर आने लगे थे और वह लगभग बेहोश हो गयी थी, उन्हे जब खेलगांव की पोलिक्लिनिक में लाया गया तो वहाँ मौजूद महिला डॉक्टर ने कोच स्नेसारेव को अन्दर नहीं जाने दिया.
डॉक्टर ने केवल एक ही व्यक्ति को उनके साथ आने के लिए इज़ाज़त दी और एसिस्टैंट कोच राधाकृष्णन नायर उनके साथ अन्दर गये, स्नेसारेव अपने खिलाड़ी की सेहत को लेकर बेहद चिंतित थे और उन्होंने महिला डॉक्टर को धक्का दिया और अन्दर चले गए.
डॉक्टर ने इसकी शिकायत पुलिस से की जिसके बाद स्नेसारेव को थाने ले जाया गया, और भारतीय दूतावास की दखल के बाद ही उन्हें वहाँ से छोड़ा गया और अब यह मामला शांत हो गया है और अब उन पर कोई कार्यवाही नहीं होगी.
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