PRO KABDDI 2017: अनुभवी दांव-पेंच और युवा प्रतिभा के साथ दबंगई दिखाने को तैयार दिल्ली 1

पिछले चार सीजन में खराब प्रदर्शन के कारण प्रो कबड्डी लीग (पीकेएल) में सेमीफाइनल तक का रास्ता तय कर पाने में असफल रही दबंग दिल्ली सीजन-5 में निलेश शिंदे, रोहित बालियान, बाजीराव हेगडे जैसे अनुभवी खिलाड़ियों के दांव-पेंच और लीग में पदार्पण करने वाले युवा खिलाड़ियो की युवा दबंगई के साथ 11 टीमों से पंगा लेने को तैयार है।

सीजन-3 में बंगाल वॉरियर्स के कप्तान रहे शिंदे और मुख्य कोच डॉ. रमेश भेंडिगिरी का कहना है, कि इस बार दिल्ली पुरानी असफलता भूल नए रास्ते पर आगे बढ़ने को तैयार है। दोनों को भरोसा है, कि आने वाले संस्करण में दिल्ली बाकी टीमों को अच्छी प्रतिस्पर्धा देगी।

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उल्लेखनीय है कि इस बार प्रो-कबड्डी लीग सीजन-5 में आठ के बजाय 12 टीमें हिस्सा लेंगी। ऐसे में दिल्ली की राह किसी भी कीमत पर आसान नहीं होगी।

शिंदे की कप्तानी में बंगाल ने सीजन-3 में अच्छा प्रदर्शन करते हुए सेमीफाइनल तक का रास्ता तय किया था।  वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत की शर्मनाक हार के बाद कोहली, धोनी और भुवनेश्वर शक के घेरे में

आगामी सीजन में 11 टीमों के खिलाफ होने वाले संघर्ष के लिए की गई तैयारियों के बारे में शिंदे ने आईएएनएस से कहा, “इस बार दबंग दिल्ली अपना नया वर्चस्व स्थापित करेगी, क्योंकि इसमें बाजीराव, रोहित, सुनील कुमार, रवि दलाल जैसे खिलाड़ियों के अनुभव और नए खिलाड़ियों की स्फूर्ति और ऊर्जा है।”

इस बार दिल्ली के पास जहां शिंदे का साथ है, वहीं उसके ऑल राउंडर कप्तान मिराज शेख का नेतृत्व भी शामिल है। ऐसे में दोनों के अनुभव से टीम पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में शिंदे ने कहा, “मेरा और मिराज का अनुभव टीम के लिए जरूर फायदेमंद होगा। मिराज एक अच्छे रेडर भी साबित हुए हैं और डिफेंस में भी उन्होंने अपनी टीम का साथ दिया है। हमारे साथ-साथ सीनियर खिलाड़ी और नई युवा प्रतिभाएं दिल्ली के लिए एक नया रास्ता बनाएंगी।”

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बकौल शिंदे, “सीजन-5 में कुल 12 टीमों में शामिल दिल्ली अपना अच्छा प्रदर्शन देने में सक्षम है। हर पोजीशन पर हमारे पास रिप्लेसमेंट खिलाड़ी हैं। कोच और सहयोगी स्टाफ ने हर पोजीशन पर दो-तीन खिलाड़ी रखे हैं। इससे हमें इतने मैच खेलने में फायदा होगा। पिछले सीजन में दिल्ली ने अपने अधिकतम मैच अंतिम कुछ पलों में गंवाए हैं और इसी पर हमें ध्यान देना है कि हम इन अंतिम पलों में मैच को संभालने में सक्षम रहें।”

तीन माह तक चलने वाले लंबे सीजन के कारण खिलाड़ियों का खेल में बने रहना थोड़ा मुश्किल नजर आता है। इस पर कोच ने कहा, “12 टीमों के कारण सीजन बड़ा है और हर टीम का ध्यान खिलाड़ियों की फिटनेस पर है। ऐसे में हम भी खिलाड़ियों की फिटनेस पर अधिक ध्यान दे रहे हैं। अभी हमने 10-12 दिन तक 80 प्रतिशत तक फिटनेस पर ध्यान दिया और अगले सप्ताह हम कुशल तकनीक पर ध्यान देंगे। इस समय पर चोट लगने की आशंकाएं अधिक हैं इसलिए हम अभी फिटनेस पर ध्यान दे रहे हैं।”

दिल्ली में इस बार पटना पाइरेट्स, तेलुगू टाइटंस और बंगाल वॉरियर्स जैसी टीमों के खिलाड़ी शामिल हुए हैं। ऐसे में टीम को अन्य टीमों की रणनीतियों को समझने में मदद मिलेगी। इस बारे में शिंदे ने कहा, “निश्चित तौर पर हमें मदद मिलेगी। हम लोग साथ में प्रशिक्षण ले रहे हैं और ऐसे में उन टीमों के अटैक पर हम अपना डिफेंस बैठाएंगे और उनके डिफेंस पर हमारा अटैक होगा। हमारे पास अच्छे रेडर भी हैं और डिफेंडर भी।”  अपने 10 साल के करियर में अभी तक इन रिकॉर्ड को तोड़ने से दूर ही रहे हैं विराट कोहली

शिंदे ने कहा कि दिल्ली के लिए सीजन-5 के शुरुआती पांच और छह मैच बहुत अहम होंगे। अगर टीम इन्हें पार कर लेती है, तो उसके लिए अंकतालिका में शीर्ष पर आना आसान होगा।

दिल्ली के मुख्य कोच रमेश ने कहा कि इस बार टीम का डिफेंस काफी मजबूत है और उनके अनुसार कप्तान के तौर पर मिराज ही टीम का नेतृत्व करेंगे।

दिल्ली टीम वर्तमान में गुड़गांव के बीएमएल यूनिवर्सिटी में प्रशिक्षण ले रही है। टूर्नामेंट से पहले अपनी तैयारियों के बारे में शिंदे ने कहा, “हम सुबह छह बजे से प्रशिक्षण शुरू कर देते हैं और सुबह पूरा ध्यान हमारा फिटनेस पर होता है। उसके बाद दोपहर में हम वेट ट्रेनिंग करते हैं और शाम को पांच से आठ बजे तक कौशल और मैच की तकनीक पर काम करते हैं।”

पीकेएल के पांचवें सीजन की शुरुआत 28 जुलाई से हो रही है।  अश्विन और जड़ेजा को इस भारतीय महिला खिलाड़ी से लेनी चाहिए इंग्लैंड में गेंदबाजी करने की कोचिंग, मचा रही है धमाल