अमेरिकी स्टार जिम्नास्ट सिमोन ने प्रतिबंधित दवा लेने की बात स्वीकारी 1

हॉस्टन (टैक्सास), 14 सितम्बर (आईएएनएस)| रियो ओलम्पिक-2016 में चार स्वर्ण पदक जीतने वाली अमेरिकी की स्टार जिम्नास्ट सिमोन बाइल्स ने स्वीकार किया है कि वह बचपन से एडीएचडी विकार से पीड़ित हैं, जिसके लिए वह चिकित्सक के परामर्श पर वाडा द्वारा प्रतिबंधित औषधि का सेवन करती हैं। सिमोन ने हालांकि यह भी कहा है कि वह वाडा के नियमों के तहत ही इन दवाओं का सेवन करती रही हैं और वह ईमानदारी से खेल में हिस्सा लेने में विश्वास रखती हैं।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, सिमोन का यह बयान रूसी हैकरों के एक समूह द्वारा मंगलवार को किए गए उस दावे के बाद आया है जिसमें उन्होंने दावा किया है कि विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) के डाटाबेस से पता चला है कि अमेरिकी टेनिस स्टार सेरेना विलियम्स, उनकी बहन वीनस विलियम्स और सिमोन बाइल्स को प्रतिबंधित दवाओं के सेवन की छूट दी गई।

Advertisment
Advertisment

गौरतलब है कि हैकरों ने वाडा के यह डेटा हैक कर हासिल किए।

सिमोन ने मंगलवार को ट्वीट किया, “एडीएचडी का होना और उसके लिए दवाएं लेने में कोई बुराई नहीं है। और न ही कुछ ऐसा है जिससे मुझे डरने की जरूरत है।”

यह भी पढ़े : रियो पैरालम्पिक (भाला फेंक) : देवेंद्र ने पुरुष वर्ग में जीता स्वर्ण

सिमोन के पिता रोन बाइल्स ने कहा कि जब सुबह उनके पास अमेरिकी डोपिंग रोधी एजेंसी का फोन आया तो वह हैरान हो गए।

Advertisment
Advertisment

उन्होंने कहा, “उसने (सिमोन) कुछ भी गलत नहीं किया है। वह जो दवाइयां लेती रही है उन्हें वाडा से मान्यता प्राप्त है। उनके मेडिकल रिकार्ड को निशाना बनाना शर्मनाक है।”

अमेरिकी जिम्नास्टिक्स के अध्यक्ष स्टीव पेनी ने मंगलवार को कहा कि सिमोन ने अमेरिकी डोपिंग रोधी एजेंसी और वाडा में चिकित्सकीय छूट से संबंधित सभी जरूरी दस्तावेज दाखिल किए थे और इसमें किसी तरह का कोई उल्लंघन नहीं है।

चिकित्सकीय छूट से खिलाड़ी उन पदार्थो का सेवन कर सकता है जो प्रतिबंधित हैं।

यह भी पढ़े : ट्वीटर प्रतिक्रिया: रियो पैरालिंपिक ओलंपिक में दीपा मलिक ने जीता सिल्वर मेडल

वाडा ने मंगलवार को कहा है कि ‘फैंसी बीयर्स’ नाम के रूस के तथाकथित हैकरों के एक समूह ने उनका डाटाबेस हैक कर लिया और यह गैरकानूनी है। हालांकि रूस ने मंगलवार को ही इस हैकिंग में हाथ होने से इनकार किया है।